झारखंड कर्मचारी आयोग इन दिनों काफी चर्चा में बना हुआ है. आयोग ने बीते 8 सालों से सीजीएल की परीक्षा नहीं करवाई. हर बार तारीखों को निकाल कर परीक्षा को रद्द किया जाता रहा है. आयोग के इस रवैये पर अभ्यर्थियों ने अपना कड़ा विरोध 15 दिसम्बर को जताया था.
अब एक और खबर झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से आ रही है, जहां स्नातक योग्यता आधारित संयुक्त परीक्षा-2023 के 85,000 आवेदनों को रद्द कर दिया गया है. आयोग ने 85,000 से भी ज्यादा अभ्यर्थियों के फॉर्म को रद्द किया है. जिनमें से 58,077 ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया था.
आयोग ने 297 पन्नों की बनायीं रिपोर्ट
1000 अभ्यर्थी बैकलॉग केटेगरी से हैं, जिन्होंने फोटो और हस्ताक्षर ठीक से अपलोड नहीं किया है. 24,683 अभ्यर्थियों ने परीक्षा का शुल्क भुगतान करने के बाद फोटो और हस्ताक्षर को अपलोड नहीं किया है. इसके साथ ही आयोग ने समान नाम, पिता का नाम और डेट ऑफ बर्थ के हिसाब से आए एक से ज्यादा आवेदनों को रद्द किया है. ऐसे कुल 1136 आवेदनों को आयोग ने रद्द किया है. परीक्षा के लिए जनजातीय भाषा का चयन नहीं करने वाले 94 और आरक्षण कोटी दिव्यन्गता परिवर्तन करने के बाद अनुमान्य राशी का भुगतान न करने के चलते 33 अभ्यर्थियों का भी आवेदन रद्द किया गया है.
इतने मात्रा में आवेदन रद्द होने की वजह से अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है. आवेदन रद्द करने को लेकर आयोग ने 297 पन्नों का एक रिपोर्ट भी जारी किया है.
परीक्षा 21 से 28 जनवरी के बीच में आयोजित
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग सीजीएल की परीक्षा जनवरी में लेने वाला है. इस परीक्षा के लिए 65 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. परीक्षा 21 जनवरी से 28 जनवरी 2024 के बीच में आयोजित कराई जाएगी. यह परीक्षा एक चरण में लिखित में ली जाएगी. तीन दिनों तक यह परीक्षा राज्य में तीन शिफ्ट में ली जाएगी. परीक्षा में मल्टीप्ल चॉइस क्वेश्चंस होंगे. एक परीक्षा दो घंटे की होगी और इसमें नेगेटिव मार्किंग भी होगी.
पहले यह परीक्षा इसी साल 16 और 17 दिसंबर को आयोजित कराई जाने वाली थी, लेकिन इसे आयोग ने बदल दिया. तारीखों के बदलाव की वजह से काफी छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया था. एक छात्र ने विरोध के दौरान अपने ऊपर आग लगाने की भी कोशिश की थी. कार्यालय के बाहर इस प्रदर्शन ने खूब सुर्खियां बटोरी थी.