बिहार में शिक्षा विभाग और उसके अपर मुख्य सचिव के फैसलों का डंका बजता है. विभाग के अपर मुख्य सचिव का कोई भी फैसला ऐसा नहीं होता हैं जो सुर्खियों में ना रहे. अपर मुख्य सचिव केके पाठक के पदभार संभालने के बाद से शिक्षा विभाग में कई सुधार देखने को भी मिले हैं. केके पाठक के प्रयासों की वजह से आज स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थित बढ़ गई है. इसके अलावा स्कूलों में साफ-सफाई, लैब का उपयोग, खेलकूद की चीज सभी शुरू हो गई है. खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने केके पाठक की तारीफ की थी. सीएम ने गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान के के पाठक के कामों की तारीफ का बखान किया था. जिन केके पाठक को सीएम नीतीश कुमार ने अपने पलकों पर बिठा के रखा था, उनके ही आदेश को अब के के पाठक ने नजरअंदाज किया है.
स्कूल की टाइमिंग को लेकर हंगामा
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्कूलों में 9 से 5 बजे की टाइमिंग को बदलकर 10 से 4 बजे किया था. विधानसभा में सीएम ने स्कूल की टाइमिंग को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि वह आज ही अधिकारियों से बात कर स्कूल की टाइमिंग को बदलेंगे. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने नियोजित शिक्षकों को राजकर्मी का दर्जा देने और स्कूल की टाइमिंग को लेकर हंगामा किया था. जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया कि वह बदलाव के निर्देश देंगे. सीएम के आश्वासन के बाद हर तरफ़ इसकी चर्चा शुरू हो गई थी. बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने इस नई टाइमिंग पर भी खुशी जताई थी, लेकिन के के पाठक ने मुख्यमंत्री के इन बातों को मानने से मना कर दिया है.
मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद स्कूल के टाइम टेबल में थोड़ा-बहुत फेरबदल किया गया है, लेकिन कोई ख़ास बदलाव नहीं किया गया है. शिक्षा विभाग की तरफ से एक लेटर जारी कर स्कूल की टाइमिंग को 10 से 4 करने का आदेश जारी किया गया.
1 मिनट की भी देरी, शिक्षकों की सैलरी में कटौती
केके पाठक के आदेश के अनुसार स्कूलों में सुबह 9:00 से 10:00 बजे तक हाजिरी बनाया जाएगा. 9:00 बजे ही स्कूल में छात्रों को पहुंचना होगा. स्कूल की टाइमिंग 10:00 बजे सुबह से 4:00 बजे शाम तक ही रहेगी. लेकिन सुबह 8:30 बजे तक स्कूल का गेट खुल जाना चाहिए. 9:00 बजे से 1 मिनट की भी देरी होती है, तो शिक्षकों की सैलरी में कटौती की जाएगी.
नए आदेश के अनुसार मिशन दक्ष और स्पेशल क्लासेज की टाइमिंग चार से पांच बजे तक होगी.
इस टाइमिंग को लेकर भी आज विधानसभा में विपक्ष ने खूब हंगामा किया. विपक्ष के विधायकों का कहना है कि शिक्षकों की ड्यूटी टाइमिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है. जिस पर मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है कि स्कूल में 10:00 बजे से पहली घंटी शुरू होगी. शिक्षकों को 15 मिनट पहले स्कूल पहुंचना होगा, जो गड़बड़ करेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मंगलवार को विधानसभा में मैंने जो स्कूल की टाइमिंग में परिवर्तन की बात कही थी, वह लागू हो गई है. पढ़ाई की शुरुआत 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक निर्धारित है. शिक्षकों को 15 मिनट पहले स्कूल पहुंचना होगा.