राजद के प्रमुख लालू यादव को इन दिनों झटके पर झटका मिल रहा है. रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद का साथ छोड़ भाजपा में मिल गए और नौवीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ भी लिया. शनिवार को सियासी उठा-पटक के बीच में राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव की परेशानियों को और बढ़ाते हुए राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती, हेमा यादव समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया था. समन में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, लालू यादव की दो बेटियों के अलावा हृदयानंद चौधरी, अमित कात्याल और दो कंपनियों के खिलाफ समन जारी किया था.
नीतीश कुमार, ED और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
ED ने लैंड फॉर जॉब मामले में पेश होने के लिए लालू यादव को समन जारी किया था. ख़बरों के मुताबिक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव आज अपने घर से ईडी दफ़्तर के लिए रवाना हो गए हैं. लालू यादव के ईडी दफ्तर रवाना होने के पहले बैंक रोड के ईडी दफ्तर के बाहर राजद कार्यकर्ताओं का जुटान शुरू हो गया है. राजद कार्यकर्ताओं ने यहां सुबह से ही नीतीश कुमार, ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. ईडी दफ्तर के बाहर लालू यादव से पूछताछ को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को भी पुख्ता किया गया है.
लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन हथियाने और अपने परिवार के नाम कराने का आरोप है. ईडी की चार्टशीट के मुताबिक 2004 से 2009 के बीच में इंडियन रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी के पदों पर लालू यादव ने नौकरियां बांटी थी.
लालू यादव को आज ईडी ने पटना के दफ्तर में बुलाया है, वही उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को पटना के ईडी ऑफिस में पेश होने के लिए समन भेजा था. 19 जनवरी को ईडी की टीम पटना के राबड़ी आवास में कागज देने के लिए पहुंची थी.
इसके पहले भी कई बार ईडी ने लालू यादव और तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए समन भेजा था, लेकिन लालू और तेजस्वी पेश नहीं हुए थे. इससे पहले 22 दिसंबर और 5 जनवरी को भी ईडी ने तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया था.