शुक्रवार का दिन बिहार के सियासत में काफी कुछ भूचाल मचा गया. बिहार की सियासी गलियों में कल पूरे दिन यह चर्चा चली की नीतीश कुमार बाजी पलटने का मन बना रहे हैं. इसी गहमा-गहमी में सीएम से मिलने के लिए तेजस्वी यादव और लालू यादव उनके आवास पहुंचे. उधर जीतन राम मांझी ने भी नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने पर कोई आपति नहीं जताने की बात कही. अमित शाह ने भी नीतीश कुमार को एनडीए में शामिल होने पर शपथ लेने के लिए कह दिया. इन सब के बीच में राजद सुप्रीमों लालू यादव को लैंड फॉर जॉब मामले पर ईडी के अधिकारी ने समन थमाया.
ईडी ने थमाया समन
शुक्रवार को लालू यादव और राबड़ी देवी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ईडी के अधिकारी राबड़ी आवास पहुंचे. लालू-राबड़ी के आवास पर ईडी ने जाकर पूछताछ में शामिल होने के लिए नोटिस से सौंपा. लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव को इसी महीने ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए समन दिया गया है. 29 जनवरी को लालू यादव को और बिहार सरकार में डिप्टी सीएम का पद संभाल रहे तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
लालू और तेजस्वी यादव को पटना के बैंक रोड स्थित ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए कहा गया है.
पहले के समन
लैंड फॉर जॉब मामले पर पूछताछ के लिए 5 जनवरी को तेजस्वी यादव को दिल्ली के प्रवर्तन प्रवर्तन निदेशालय में बुलाया गया था, लेकिन डिप्टी सीएम नहीं पहुंचे थे. वहीं 27 दिसंबर को लालू यादव को पेश होने के लिए समन भेजा गया था, लेकिन लालू और तेजस्वी दोनों ही निदेशालय के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए थे.
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को यह तीसरा समन भेजा गया है और लालू यादव के लिए इस मामले में यह दूसरा समन है.
ईडी की कार्यवाही का यह करवा कई दिनों से ग्रहण बन कर लालू परिवार पर छाया हुआ है. एक-एक करके लालू परिवार के लगभग सभी सदस्यों का नाम लैंड फॉर जॉब मामले की चार्जशीट में दाखिल किया गया है. ईडी की कार्रवाई में राजद सुप्रीमों की बेटियां निशा यादव और हेमा यादव भी शामिल हो गई हैं. ईडी ने फ्रेश चार्जशीट में हेमा और निशा के अलावा राबड़ी देवी को भी आरोपी बताया था. लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती समेत कई आरोपियों के नाम पत्र में दायर हैं.
15 साल पुराना मामला
यह पूरा मामला 15 साल पुराना है, राजद प्रमुख लालू यादव पर आरोप है कि उन्होंने अपने रेल मंत्री (2004-2009) रहने के दौरान जमीन के बदले में लोगों को रेलवे में नौकरियां बांटी थी. नौकरियों के बदले में अपने परिवार वालों के नाम पर कई जगहों पर जमीन ली थी. इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव सहित 17 लोगों के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में केस चल रहा है.
18 जनवरी को इस मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था. पूरे मामले पर आज स्पेशल जज विशाल गगन की अदालत फैसला सुना सकती है.