Land For Job Scam: लालू तेजस्वी के बाद राबड़ी और मीसा की बारी......ईडी के सामने होंगी पेश

शुक्रवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटियां पेश होंगी. पेशी के लिए तीनों एक ही गाड़ी से कोर्ट रवाना हो चुकी हैं.

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लालू तेजस्वी के बाद राबड़ी और मीसा

Land For Job Scam: लालू तेजस्वी के बाद राबड़ी और मीसा बारी

शुक्रवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटियां पेश होंगी. आज दिल्ली कोर्ट में लैंड फॉर जॉब मामले में मीसा भारती, हेमा यादव सहित 8 आरोपियों की पेशी है, पेशी के थोड़ी देर पहले हेमा यादव, मीसा भारती अपनी मां राबड़ी देवी के साथ एक ही गाड़ी से कोर्ट के लिए रवाना हुई.

लैंड फॉर जॉब मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) के आरोप पत्रों का संज्ञान लेते हुए राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव समेत 8 लोगों को 9 फरवरी को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था. इस आदेश पर पेश होने के लिए बुधवार की रात ही राबड़ी देवी और मीसा भारती पटना से दिल्ली पहुंच गई थी. लैंड फॉर जॉब मामले से जुड़े कारोबारी अमित कतयाल पहले से ईडी की न्यायिक हिरासत में है.

लालू यादव के खिलाफ 4751 पन्नों की चार्जशीट

मालूम हो कि इसी मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसमें 29 जनवरी को ईडी की विशेष टीम के सामने पहले लालू यादव पेश हुए थे. पटना के बैंक रोड में ईडी के जोनल कार्यालय में लालू यादव से 10 घंटे पूछताछ हुई थी. ईडी ने इस मामले में लालू यादव के खिलाफ 4751 पन्नों की चार्जशीट के अलावा हृदयानंद चौधरी की स्वीकृति वाले बयान को भी पेश किया था और उनसे पूछताछ की थी. इस पूछताछ के दौरान उनके साथ बेटी मीसा भारती पूरे समय कार्यालय के बाहर मौजूद थी, जहां उन्होंने कई तरह के आरोप ईडी और केंद्र सरकार पर लगाए. इसके साथ ही घंटों ईडी कार्यालय के बाहर लालू यादव के समर्थकों की भीड़ जमा थी. 

लालू यादव से पूछताछ के बाद 30 जनवरी को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से भी ईडी ने‌ 8 घंटे से ज्यादा पूछताछ की थी. इस पूछताछ में ईडी ने तेजस्वी यादव से 65 से ज्यादा सवाल पूछे थे, जिनमें दिल्ली एवं पटना में मौजूद उनके नाम की संपत्ति और निजी कंपनी में उनके निवेश से जुड़े सवाल शामिल थे. कई सवालों पर तेजस्वी यादव ने अभिज्ञता जाहिर की थी.

पूर्व रेल मंत्री लालू यादव पर सीबीआई का आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए 2004 से 2009 के बीच में लैंड फॉर जॉब स्कैम किया था. लालू यादव ने जमीन के बदले लोगों को रेलवे में मनचाहे पदों पर नौकरियां दी थी और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन और प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराई थी. सीबीआई के आरोप के अनुसार बिना विज्ञापन के आनन-फानन में लोगों को यह नौकरियां दी गई थी. रेलवे में यह नौकरियां ग्रुप डी के पदों पर मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जोन में दी गई थी. ईडी की चार्जशीट के अनुसार लालू परिवार को इस स्कैम में सात जगह पर जमीन मिली थी. इसी के साथ लालू परिवार के ऊपर 600 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है.

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