बिहार में इस लोकसभा चुनाव में मुंगेर सीट खूब सुर्खियां बटोरती हुई नजर आई थी. मुंगेर लोकसभा सीट पर इस बार चुनावी गर्मी ज्यादा बढ़ी हुई है. इस सीट पर जदयू के तरफ से पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी दावेदारी रखी है, तो वहीं दूसरी तरफ से गैंगस्टर की पत्नी मुंगेर सीट से चुनाव लड़ती हुई नजर आएंगी.
मुंगेर लोकसभा सीट पर जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह चुनाव लड़ेंगे, तो दूसरी तरफ से कुख्यात गैंगस्टर अशोक महतो की पत्नी अनीता महतो चुनावी मैदान में होंगी. अनीता महतो को राजद पार्टी ने मुंगेर सीट से टिकट थमाया है.
मुंगेर सीट पर 10 सालों तक कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा था. 1952 के आम चुनाव से लेकर 1962 तक कांग्रेस पार्टी की मुंगेर सीट से जीत हुई थी. 1952 में मुंगेर में चार लोकसभा सीट थी, जहां से चार सांसदो ने चुनाव जीत हासिल की थी, यह चारों सांसद कांग्रेस के प्रत्याशी थे. 1957 के चुनाव में भी दो सांसद चुनाव जीते थे, लेकिन 1967 के चुनाव में सभी को मिलाकर एक कर दिया गया और मुंगेर लोकसभा सीट एक सीट के रूप में जानी गई.
मुंगेर में सबसे ज्यादा कुशवाहा मतदाता
1964 और 1967 के चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने मुंगेर सीट अपने नाम की. 1971 में कांग्रेस ने यहां फिर से वापसी की, फिर 1977 में जनता पार्टी, 1980 में कांग्रेस(यू) की सरकार मुंगेर सीट पर बनी. इसके बाद 1980 और 1984 के चुनाव में फिर से कांग्रेस पार्टी मुंगेर सीट पर अपनी सरकार बनाने में सफल रही.
1989 के चुनाव में जनता दल, 1991 और 1996 के चुनाव में सीपीआई और समता पार्टी ने मिलकर यहां जीत दर्ज की. 1998 में पहली बार राजद पार्टी का मुंगेर सीट से खाता खुला. 1999 के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड, 2004 में राजद, 2009 में जनता दल, 2014 में लोजपा और फिर 2019 के चुनाव में जनता दल ने मुंगेर सीट हासिल की.
2019 के चुनाव में जदयू प्रत्याशी को इस सीट पर 5,28,762 वोट मिले थे. जदयू के ललन सिंह पर मुंगेर के कुल 28.01 मतदाताओं ने भरोसा जताया था. जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी नीलम देवी को पिछले आम चुनाव में 3,60,825 वोट हासिल हुए थे.
मुंगेर में सबसे ज्यादा कुशवाहा वोटरों की संख्या है. इसके अलावा यादव वोटर भी यहां ज्यादा है. सामान्य वर्ग और एसटी-एसटी समुदाय के लोग भी मुंगेर सीट पर निर्णायक भूमिका अदा करते हैं.
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 20.34 लाख है, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 10.78 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 9.56 लाख है. बता दें कि मुंगेर जिले से 3 जिले अलग हो चुके हैं, जिसमें से 1976 में बेगूसराय, 1988 में खगड़िया और 1991 में जमुई जिला अलग हो चुका है.