लोकसभा चुनाव 2024 में नवादा लोकसभा सीट से भाजपा ने अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है. सीट बंटवारे के बाद लोजपा(रामविलास) को पांच सीटों को दे दिया, गया और नवादा सीट को अमित शाह ने खुद के पाली में रखा.
लोजपा(रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान और भाजपा के बीच में नवादा लोकसभा सीट को लेकर कमिटमेंट हुआ था, जिसे पूरा किया गया. लोजपा ने अपना नवादा सीट से दवा हटाया और अमित शाह ने अपने पार्टी के लिए सीट से उम्मीदवारी की घोषणा की.
1966 में भाजपा को मिली, पहली जीत
1952 गया पूर्व एससी के रूप में इस पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने आठ बार जीत हासिल की है. एक बार नवादा सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार को जीत मिली है. भारतीय लोक दल को एक बार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी को एक बार, वहीं भारतीय जनता पार्टी को इस सीट पर 1966 में एंट्री मिली थी. इसके बाद 1999 में फिर से भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की. 2014 में भी गिरिराज सिंह ने भाजपा के लिए इस सीट पर जीत हासिल की. 2019 के आम चुनाव में लोजपा के चंदन सिंह को नवादा सीट पर जीत मिली थी. इसके अलावा राष्ट्रीय जनता दल के दो उम्मीदवार ने भी दो बार नवादा सीट से जीत हासिल की थी.
2009 के लोकसभा चुनाव में नवादा सीट से भाजपा ने भोला सिंह को उतारा था. भोला सिंह ने राजद के बीना देवी को 35,000 वोटों से उस समय हराया था. साल 2014 में नवादा से गिरिराज सिंह ने चुनाव लड़ा. गिरिराज सिंह ने राजद के राजबल्लभ यादव को 1,40,000 मतों से हराया था. 2019 में लोजपा के खाते में नवादा सीट से चंदन सिंह ने चुनाव लड़ा था, पिछले चुनाव में 1,48,072 मतों के अंतर से लोजपा प्रत्याशी को जीत मिली थी. चंदन सिंह को 4,95,684 वोट मिले थे और राजद की उम्मीदवार विभा देवी को 3,47,612 वोट मिले थे.
2019 के लोकसभा चुनाव में 49.8 प्रतिशत मतदान नवादा सीट पर हुआ था. 2009 के बाद से नवादा सीट को जनरल सीट बना दिया गया.
19 अप्रैल को पहले चरण में नवादा के सीट पर 22,67,604 मतदाता 2043 केंद्र पर अपना वोट डालेंगे. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 11,80,395 और महिला मतदाताओं की संख्या 10,87,058 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की कुल संख्या नवादा में 151 है. वही इस बार नवादा जिले में 20 से 29 साल के युवाओं की भूमिका देखने को ज्यादा मिलेगी. इस साल 20 से 29 साल के बीच में 3,45,192 युवा वोट डालेंगे.