साल 2016 में युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता देने के ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना’ की शुरुआत की गई थी. ताकि गरीब छात्र पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित ना रहे. आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्र इस योजना की मदद से 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए मदद ले सकते है.
डीआरसीसी ने पिछले तीस दिनों में 15 कॉलेज को योजना से बाहर कर दिया है, जिसमें बिहार के 7 कॉलेज शामिल हैं. पाटलिपुत्र और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड कॉलेज में नामांकन लेने वाले छात्रों को इस कारण परेशानी उठानी पर सकती है. दोनों विश्वविद्यालों से संबद्ध पांच साल पुराने कॉलेज जिन्होंने अब तक नैक के लिए आवेदन नहीं किया है. ऐसे कॉलेज के छात्रों को बीएससीसी (BSCC) का लाभ नहीं दिया जाएगा. इस आदेश के बाद दोनों विश्वविद्यालय के करीब 15 निजी कॉलेजों में पढ़ने वाले 10 हज़ार से अधिक छात्र-छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ इस साल नहीं मिल सकेगा.
इन कॉलेजों के नए सत्र में नामांकन लेने वाले छात्र जिन्होंने एससीसी के लिए आवेदन किया है, डीआरसीसी उनके आवेदन को रिजेक्ट कर रहा है.
पाटलिपुत्र युनिवर्सिटी से संबद्धत्ता प्राप्त (Affliated) कॉलेज की संख्या 45 है जिसमें, 26 पटना जिले में जबकि 19 नालंदा जिले में हैं. यूनिवर्सिटी के अंतर्गत 26 अंगीभूत (Constituent) कॉलेज आते हैं जिनमें पटना जिले में 20 और नालंदा जिले में 6 कॉलेज है. लेकिन इनमें से मात्र चार कॉलेज को ही नैक की ग्रेडिंग मिली हैं. अन्य कॉलेज ग्रेडिंग के लिए आवेदन की तैयारी कर रहे हैं.