झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन जमीन घोटाला मामले में 31 जनवरी से जेल में बंद है. हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां से उन्हें जमानत नहीं दी गई थी. इसके बाद अब हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है. हेमंत सोरेन ने हाल में ही अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका को हाईकोर्ट में दाखिल किया थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. जिसके बाद सोमवार को पूर्व सीएम ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की है.
हेमंत सोरेन की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिंबल ने बहस की. कपिल सिब्बल ने प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष हेमंत सोरेन की याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग रखी. न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की बेंच ने कहा कि वह इस अवरोध पर गौर करेंगे. कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा कि 13 मई झारखंड में चुनाव है, ऐसे में हेमंत सोरेन के अधिकार प्रभावित हो रहे हैं. उनको चुनाव के लिए जमानत मिलनी ही चाहिए.
हेमंत सोरेन की रीट याचिका को शुक्रवार को झारखंड हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी. हाईकोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर उन्हें उनके चाचा के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी थी. इसके बाद आज हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए हैं और अपने परिवार के साथ अपने गांव गए हैं.