चीन के हांगझोउ में चल रहे पैरा एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार 100 मेडल का रिकॉर्ड बनाया है.
भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने भी पैरा एशियाई खेल में गोल्ड मेडल देश के नाम जीता है. भगत ने हांगझोउ के पैरा एशियन खेल में बैडमिंटन के पुरुष एकल sL3 स्पर्धा में पदक जीता है.
प्रमोद भगत ने तो गोल्ड देश के नाम मेडल जीता है. लेकिन अब सके साथ ही इंटरनेट पर प्रमोद भगत के राज्य को लेकर दुविधा देखी जा रही है. दरअसल प्रमोद भगत के स्वर्ण पदक जीतने के बाद उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उन्हें 2 करोड़ रुपए देने का ऐलान कर दिया है.
एशियन गेम्स में वैशाली के लाल ने बैडमिंटन में जीता गोल्ड मेडल
इंटरनेट पर कई जगह प्रमोद भगत का गृह राज्य उड़ीसा बताया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार भी प्रमोद भगत को बिहार के वैशाली जिले का बताते हुए बधाई संदेश लिख रही है. बिहार जदयू ने अपने एक्स हैंडल पर प्रमोद भगत के स्वर्ण पदक जीतने पर लिखा है- एशियन गेम्स में वैशाली के लाल ने बैडमिंटन में जीता गोल्ड मेडल. इस शानदार जीत के लिए प्रमोद भगत जी को बहुत-बहुत बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
कई अखबारों ने बैडमिंटन खिलाड़ी भगत को बिहार का बताया है तो वही कई बड़े अखबारों ने उन्हें उड़ीसा का बताया है. विकिपीडिया के मुताबिक भगत का जन्म बिहार के वैशाली जिला में 1988 में हुआ था. 5 साल की उम्र में प्रमोद भगत के दाएं पैर में पोलियो हो गया था.
प्रमोद बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक है मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं - नवीन पटनायक
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रमोद भगत को बधाई देते हुए कहा है कि प्रमोद बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक है मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं. मुझे यकीन है कि वह पेरिस 2024 पैरालंपिक में हमें गौरवान्वित करेंगे.
जीत के बाद प्रमोद भगत ने कहा है कि मैं मुझे मिले जबरदस्त समर्थन के लिए गहरा आभार व्यक्त करना चाहता हूं खासकर उड़ीसा के माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का. एशियाई खेलों में मैंने तीन स्पर्धा में तीन पदक हासिल किए हैं जिनमें एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक से शामिल है. यह जीत 2024 में पेरिस ओलंपिक खेलों की और मेरी यात्रा के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करती है.