राजद सुप्रीमो लालू यादव ने अपनी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य को चुनावी मैदान में उतरने के लिए आशीर्वाद दे दिया है. मंगलवार को अपने पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी से आशीर्वाद लेकर रोहिणी चुनावी अभियान शुरू करने के लिए निकल चुकी है. मंगलवार को रोहिणी चुनाव प्रचार करने के लिए सारण पहुंचेगी.
2024 के लोकसभा चुनाव से रोहिणी आचार्य सियासी डेब्यू करने जा रही हैं. अपने पहले चुनाव अभियान की शुरुआत के लिए सोमवार को रोहिणी सपरिवार सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर पहुंची थी, जहां उन्होंने चुनाव अभियान के पहले भगवान की पूजा-अर्चना की.
राजद और बीजेपी के बीच महा मुकाबला
सारण लोकसभा सीट पर रोहिणी आचार्य का सीधा मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी से होगा. भाजपा सांसद रूडी को 2004 में लालू यादव ने इसी सीट पर हराया था. 2009 के चुनाव में भी राजद सुप्रीमो ने इस सीट से जीत हासिल की थी. इसके बाद 2014 से लेकर 2019 तक सारण सीट बीजेपी सांसद के खाते में बनी रही है.
बता दें कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कुछ दिनों पहले लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि टिकट बेचने में तो लालू यादव अपनी बेटी को भी नहीं छोड़ते. पहले अपनी बेटी से किडनी ली और अब उसे लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया. सम्राट चौधरी के इस बयान पर रोहिणी आचार्य ने कहा था कि ओछी सोच और ओछे चरित्र वालों की हर ओछी बात का जवाब जनता के बीच जनताजनार्दन की अदालत में दूंगी. सही गलत का फैसला जनता करेगी.
रोहिणी आचार्य के चुनावी मैदान में उतरने पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लालू यादव केवल अपने परिवार की चिंता करते हैं. वह अपने जाति के भी हितैषी नहीं है. अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को सारण से चुनाव लड़वा रहे हैं जबकि सारण की बेटी और अपनी बहू ऐश्वर्या राय को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया था. गेट पर बैठकर ऐश्वर्या रोती रही थी.
लालू यादव की दूसरी बेटी रोहिणी का नाम सुर्खियों में तब बना जब उन्होंने अपने पिता को किडनी देकर उनकी जान बचाई थी. सॉफ्टवेर इंजिनियर से शादी के बाद रोहिणी सिंगापुर में रहा करती थी. हालांकि देश से दूर होते हुए भी वह राजनीतिक हलचल पर कई बार अपनी टिप्पणियां सोशल मीडिया के द्वारा साझा करती थी.
मालूम हो कि सारण लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन 26 अप्रैल से शुरू हो जाएगा और 20 में को पांचवें चरण में यहां मतदान होंगे.