मंगलवार को देशभर में तीसरे चरण का मतदान खत्म हुआ. तीसरे चरण में बिहार के 5 लोकसभा क्षेत्रों मैं भी मतदान की प्रक्रिया खत्म हुई. बिहार में तीसरे चरण में शाम 6:00 बजे तक 60 फ़ीसदी मतदान हुए हैं, जो 2019 के लोकसभा चुनाव से करीब 1.22% कम है. लोकसभा चुनाव 2019 में तीसरे चरण में 61.22 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
झंझारपुर में सबसे कम वोट
बिहार के झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया संसदीय क्षेत्र में वोटिंग के आंकड़े के सामने आए हैं. आकड़ों के अनुसार अररिया में सबसे ज्यादा 62.80% वोटिंग हुई है. वहीं सुपौल में 62.40%, मधेपुरा में 61%, खगड़िया में 58.20% वोटिंग हुई है. सबसे कम झंझारपुर में 55.52% वोट पड़े हैं. हालांकि शाम 6:00 बजे तक लोग लाइन में खड़े थे, जिससे वोटिंग के फाइनल आंकड़े में बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है.
दो कर्मचारियों की मौत
वोटिंग प्रक्रिया के दौरान बिहार में दो कर्मचारियों की मौत की भी घटना हुई है. बिहार के सीईओ आर श्रीनिवासन ने इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि तीसरे चरण की वोटिंग के दौरान चुनावी ड्यूटी में तैनात दो कर्मचारियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई. अररिया में एक होमगार्ड जवान जबकि सुपौल में पीठासीन अधिकारी की चुनावी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई.
दोनों कर्मचारियों के पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंप दिया जाएगा. इसके अलावा दोनों कर्मियों को अनुग्रह अनुदान के भुगतान की कार्रवाई की जा रही है.
ईवीएम से छेड़छाड़
इसके अलावा बिहार में तीसरे चरण के मतदान के दौरान दो बूथों पर ईवीएम से छेड़छाड़ और मतदान को बाधित करने की कोशिश की भी हुई. बेलदौर के दो बूथों पर ईवीएम से छेड़छाड़ की गई और खगड़िया में मतदान का बहिष्कार किया गया.
इसके पहले दूसरे चरण में बिहार की 5 सीटों पर वोटिंग हुई थी. दूसरे चरण में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका में 26 अप्रैल को मतदान हुआ था, जिसमें शाम 6:00 बजे तक 5 सीटों पर कुल 58.58% वोटिंग हुई थी.