मुख्तार अंसारी की मौत पर यूपी सरकार का अल्टीमेटम, अखिलेश यादव ने कैदी की सुरक्षा की रखी मांग

Mukhtar Ansari's Death: यूपी सरकार ने अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए है. एमपी एमएलए कोर्ट की मुख्य न्यायधीश गरिमा सिंह को जांच अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया.

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मुख्तार अंसारी पर यूपी सरकार का फ़ैसला

मुख्तार अंसारी पर यूपी सरकार का फ़ैसला

उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में कुख्यात डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात मौत हो गई. अंसारी ने अदालत में आरोप लगाया था कि जेल में उसकी हत्या का प्रयास किया जा रहा है. अंसारी ने कहा था कि उसे खाने में धीमा जहर दिया जा रहा है, जिससे उसकी तबीयत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. 

अंसारी की मौत के बाद न्यायिक जांच की मांग हर तरफ से उठ रही थी, जिसे यूपी सरकार ने मंजूर कर दिया है. मुख्तार के बेटे उमर अंसारी की अपील के बाद बांदा के मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट भगवान दास गुप्ता ने अपर मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट (एमपी एमएलए) कोर्ट गरिमा सिंह को जांच अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया. गरिमा सिंह से अंसारी की मौत पर 1 महीने के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है. तीन दिनों के अंदर मुख्तार अंसारी के इलाज से लेकर तमाम जानकारियां को उपलब्ध कराने का निर्देश भी जारी किया गया है.

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मुख्तार अंसारी की जेल में तबीयत बिगड़ने और मौत होने के बाद विपक्ष की ओर से प्रदेश सरकार पर सवाल दागे जा रहे हैं. यूपी के अलावा बिहार से भी मुख्तार अंसारी की मौत पर संदेह जताया गया है. 

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकाए व गंभीर आरोप लगाए गए हैं, उनकी उच्च स्तरीय जांच जरूरी है. ताकि मौत के सही तथ्य सामने आ सके.

अखिलेश यादव ने कैदी की सुरक्षा की रखी मांग

अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करते हुए कैदी की सुरक्षा की मांग रखी है. अखिलेश यादव ने लिखा- हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है. सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा:

  • थाने में बंद रहने के दौरान
  • जेल के अंदर आपसी झगड़े में
  • ⁠जेल के अंदर बीमार होने पर
  • न्यायालय ले जाते समय
  • ⁠अस्पताल ले जाते समय
  • ⁠अस्पताल में इलाज के दौरान
  • ⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर
  • ⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर
  • ⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर

ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए. सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं. जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं. उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है.

पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी

बता दें कि बीती रात बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई, मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है.

गैंगस्टर अंसारी के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच आपातकालीन वार्ड से निकालकर एंबुलेंस से रवाना किया गया है. आज ही अंसारी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. परिजनों के पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम होगा. पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी भी होगी.

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