दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(arvind kejriwal) की अंतरिम जमानत की अवधि एक जून को समाप्त हो जाएगी. केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना है. जमानत की अवधि खत्म होने से पहले शुक्रवार 31 मई को केजरीवाल ने एक वीडियो संदेश जारी किया है. वीडियो में केजरीवाल केंद्र और जेल प्रशासन पर खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हैं.
केजरीवाल कहते हैं “इन्होंने (केंद्र सरकार) मुझे झुकाने की बहुत कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए. मैं जब जेल में था तब इन्होंने मुझे बहुत प्रताड़ित किया. मेरी दवाइयां रोक दी. मैं 30 सालों से डायबिटीज का मरीज हूं. मुझे 10 सालों से इंसुलिन के इंजेक्शन लग रहे हैं.”
केजरीवाल ने अपने जेल वापस जाने और 2 जून को सरेंडर करने को लेकर कहा “देश को तानाशाही से बचाने के लिए वापस जेल जा रहा हूं. मैं परसों तीन बजे सरेंडर करूंगा. इसबार मेरे प्राण चले जाएं तो गम मत करना. जेल में मुझे प्रताड़ित करने की फिर कोशिश होगी.”
हौसले बुलंद
अपने जेल जाने और वहां प्रताड़ना का आरोप लगते हुए केजरीवाल ने कहा मेरे हौसले बुलंद हैं. इस बार भी मैं झुकूंगा नहीं. जनता को संबोधित करती हुए कहा “आप लोग खुश रहेंगे तो केजरीवाल भी खुश रहेगा. मैं आपके बीच नहीं आऊंगा लेकिन आपके सारे काम होते रहेंगे.
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा “जेल में मैं 50 दिन था. इस दौरान मेरा 6 किलों वजन कम हुआ. मेरी यूरिन में किटोन का लेवल बढ़ा हुआ है. डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट कराने को कहे हैं.
दरअसल स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अरविंद केजरीवाल ने 27 मई को सुप्रीम कोर्ट में सात दिनों की अतिरक्त जमानत मांगी थी जिसे कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया था.
केजरीवाल ने आगे अपने परिवार की चिंता करते हुए कहा “मुझे जेल में अपने बुजुर्ग माता-पिता की चिंता लगी रहती है. मैं चाहता हूं कि दिल्ली की जनता में मेरे माता पिता का ख्याल रखे.
पत्नी सुनीता केजरीवाल के हिम्मत की तारीफ करते हुए केजरीवाल ने कहा “मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत हैं. उन्होंने हर मुश्किल वक्त में मेरा साथ दिया है. मेरा पूरा परिवार तानाशाही के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है. आपका आशीर्वाद और भगवान ने चाहा तो मैं जल्द वापस आऊंगा.
शराब नीति घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च को केजरीवाल की गिरफ़्तारी हुई थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 10 मई को 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी.