लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस की मुश्किलें ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहीं है. कहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं, कही उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो जा रहा है तो, कहीं प्रत्याशी खुद अपना नामांकन वापस ले ले रहे हैं. ताजा मामला मध्यप्रदेश के इंदौर लोकसभा (Indore Loksabha) सीट का है. यहां कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.
इंदौर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 13 मई को वोट होना है. सोमवार 29 अप्रैल को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख थी.अक्षय कांति बम (Akshay Kanti Bomb) ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया. अक्षय के साथ कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और भाजपा विधायक रमेश मंदोला भी साथ थे. कलेक्टर ऑफिस से अक्षय सीधे भाजपा कार्यालय गये जहां उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की.
मंत्री विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का भाजपा में स्वागत है.'
वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कांग्रेस नेताओं का विश्वास मोदी जी और बीजेपी पर है. कांग्रेस उम्मीदवार का भरोसा अब उनकी पार्टी में नहीं है. कांग्रेस के उम्मीदवार अब पार्टी में नहीं रहना चाहते हैं. कांग्रेस देश को विनाश की तरफ ले जा रही है.'
सूरत की तरह, इंदौर में हुआ खेला
इंदौर से पहले सूरत लोकसभा (Surat Loksabha) सीट पर कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द हो जाने के कारण भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल जीत गये. दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी का नामंकन रद्द होने के साथ-साथ यहाँ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है. जिसके कारण चुनावी मैदान में केवल मुकेश दलाल रह गये. सूरत लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में सात मई को मतदान होना है, लेकिन मुकेश दलाल उससे पहले ही जीत गये.
वहीं इंदौर लोकसभा सीट से बीजेपी के शंकर लालवानी मैदान में हैं. इंदौर लोकसभा सीट से कुल 23 उम्मीदवार मैदान में थे. सोमवार 29 अप्रैल के दोपहर एक बजे तक अक्षय कांति बम समेत तीन प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया हैं. अब यहां भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के अलावा 19 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं.
डरा- धमका कर नाम वापस करवाया- जीतू पटवारी
वहीं कांति के नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी (BJP) पर आरोप लगाते हुए कहा 'अक्षय कांति बम पर तीन दिन पहले एक पुराने मामले में 307 की धारा बढ़वाई गई है. उन्हें डराया-धमकाया गया. रातभर यातना दी गई. आज उसको साथ ले जाकर फॉर्म वापिस निकलवा लिया गया.’