रविवार को मुजफ्फरपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जातीय गणना पर सवाल उठाया था. जिसका जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर जातीय आंकड़ा बढ़ाना होता तो मुख्यमंत्री अपने समाज यानि कुर्मी समाज का बढ़ाते. जातीय गणना पर लग रहे सभी आरोप बेबुनियाद है.
अमित शाह का बिहार दौरे का फायदा हमें - तेजस्वी यादव
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के लोग अकबका गए हैं. अमित शाह को रैली में बोलना कुछ और था और बोल कुछ गए. उनके बिहार दौरे का फायदा हमें हो रहा है. मैं तो उन्हें बार-बार राज्य में आने का न्योता देता हूं. गणना की रिपोर्ट अगर गलत है तो सही रिपोर्ट भाजपा की सरकार क्यों नहीं लाती. हमारे पास साइंटिफिक आंकड़ा मौजूद है. जब 1931 की जनगणना हुई थी उस समय यादव की जनसंख्या 11% थी. तब के समय झारखंड, बिहार और उड़ीसा एक ही साथ थे.
नौकरी बट रही है लाखों की संख्या में
विधानसभा के सत्र में आज से विपक्षी दलों ने हंगामा किया. इसमें भाजपा ने राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग की. जिस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रदर्शन से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. रोज-रोज इस्तीफे की मांग होती है. राज्य में लाखों की संख्या में नौकरी बट रही है. शिक्षा व्यवस्था लगातार सुधार रही है, अस्पताल की व्यवस्था सुधर रही है, कल्याणकारी योजनाएं आ रही हैं, राज्य में ऐतिहासिक काम हो रहा है. बिहार सरकार के कामों की मांग दूसरे राज्य में भी है. इस्तीफा देना है तो भारत सरकार के लोग दे.