रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंचे. पताही हवाई अड्डा परिसर में गृह मंत्री के जनसभा का आयोजन किया गया. अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश-तेजस्वी के गठबंधन की सरकार पर जोरदार हमला बोला है.
भाषण की शुरुआत में उन्होंने बिहार के लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी और उसके बाद राज्य को नीतीश कुमार से मुक्त करने की प्रार्थना की. अमित शाह ने राज्य में हुए जातीय गणना पर भी गड़बड़ी का आरोप लगाया है. उन्होंने नीतीश कुमार और लालू यादव पर आरोप लगाया है कि यादव और मुसलमान की जनसंख्या को राज्य में ज्यादा दिखाया गया है.
नीतीश-लालू की जोड़ी को मिला चुनौती
गृह मंत्री ने यहां नीतीश कुमार को पलटू राम कहकर संबोधित किया. इसके साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में अयोध्या का जिक्र करते हुए कहा कि लालू, नीतीश और कांग्रेस राम जन्मभूमि को हमेशा अपनी सरकार के समय लटकाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मोदी जी ने भूमि पूजन किया और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय नजदीक है. आप सभी मुज्जफरपुरवासी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हो.
इंडिया अलायन्स वाले नारा दे रहे हैं कि जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी. मैं नीतीश-लालू की जोड़ी को चुनौती देता हूं की सर्वाधिक जनसंख्या वाले किसी अति पिछड़े को मुख्यमंत्री बना कर दिखाएं. नीतीश कुमार के पीएम बनने के सपने पर भी तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन इंडी वाले तो उन्हें संयोजक तक नहीं बना रहे हैं.