दिल्ली शराब नीति (Delhi Liquor Scam) मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही आम आदमी पार्टी को नया झटका अब पार्टी के अंदर से लगा है. दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) ने बुधवार (10 अप्रैल) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही आनंद ने आम आदमी पार्टी (AAP) की सदस्यता भी छोड़ दी है. इस्तीफा देने के बाद राजकुमार आनंदने कहा, “मुझे कहीं से भी ऑफर नहीं मिला हैं.”
आनंद ने पार्टी छोड़ने के साथ ही पार्टी पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है.आनंद ने कहा भ्रष्टाचार की लड़ाई से शुरू हुई पार्टी आज खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गयी है. इसलिए इस सरकार में मंत्री पद पर रहकर काम करना असहज हो गया है. आनंद ने कहा मैं इन भ्रष्ट आचरणों में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता हूँ.
दलितों के अपमान का लगाया आरोप
राजकुमार ने आप पार्टी पर दलितों के अपमान का भी आरोप लगाया है. आनंद ने कहा यहां विधयाकों और पार्षदों का सम्मान नहीं होता है. इसलिए बाबा साहब अंबेडकर के सिद्धांत पर चलने वाले व्यक्ति के लिए इस पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं है.
राजकुमार आनंद को 2022 में राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे के बाद केजरीवाल सरकार में मंत्री बनाया गया था. राजकुमार आनंद साल 2020 में पहली बार पटेल नगर सीट से विधायक बने थे.
वहीं बीते दिसम्बर इनफोर्समेंट डॉयरेक्टरेट (ED) ने राजकुमार आनंद के दिल्ली स्थित घर में छापा मारा था. ED ने करीब 23 घंटे तक आनंद से पूछताछ भी की थी. इस छापे के बाद आनंद ने मीडिया से कहा था- छापेमारी लोगों को परेशान करने का एक बहाना है. उन्हें (ED) तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला. उन्हें ऊपर से आदेश मिला है. मुझे लगता है कि इस देश में सच बोलना और गरीबों के लिए राजनीति करना पाप है.