महागठबंधन में शामिल राजद के खिलाफ पप्पू यादव मैदान में उतर चुके हैं. बिहार के पूर्णिया सीट पर राजद बनाम पप्पू यादव बनाम कांग्रेस चल रहा है. कांग्रेस में शामिल पप्पू यादव ने इस सीट से निर्दलीय नामांकन भरा तो कांग्रेस इसपर बिफर पड़ी है. कांग्रेस पार्टी ने साफ तौर पर पप्पू यादव को नामांकन वापस लेने के लिए कह दिया है.
कांग्रेस पार्टी में जाप का विलय करा चुके पप्पू यादव बार-बार कांग्रेस और राहुल गांधी का साथ अपने साथ बता रहे हैं. वहीं बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह बार-बार पप्पू यादव को चेतावनी दे रहे हैं. अखिलेश प्रसाद सिंह ने एक बार फिर से पप्पू यादव को चेतावनी देते हुए कहा है कि अब भी समय बचा है, नाम वापस ले ले. गुरुवार की शाम प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान किसी को भी यह इजाजत नहीं देता है कि पार्टी से कोई निर्दलीय नामांकन करें. पप्पू यादव को सलाह दी गई है कि अब भी नाम वापस लेने का समय बचा है, वह नाम वापस ले ले.
बिहार की 5 सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग
वही पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं कांग्रेस के समर्थन में पूर्णिया सीट से उतर रहा हूं. मैं एक साल से पूर्णिया में प्रणाम पूर्णिया, सलाम पूर्णिया कार्यक्रम कर रहा हूं. सबको पता है कि मैंने पूर्णिया और यहां की जनता के लिए क्या-क्या किया है. मैं जिस लायक हूं उस लायक मुझको रखा जाए. मुझे जनता का आशीर्वाद मिल रहा है. मैं पूर्णिया से कहीं नहीं जाऊंगा, यहां के लोगों की ही सेवा करूंगा.
बता दें कि दूसरे चरण में 26 अप्रैल को बिहार के 5 सीटों पर वोटिंग होनी है, जिनमें भागलपुर, बांका, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया शामिल है. इन सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 4 अप्रैल थी और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अप्रैल है. ऐसे में देखना यह है कि पप्पू यादव क्या कांग्रेस के अल्टीमेटम को मानते हैं या फिर चुनावी मैदान में निर्दलीय ही अड़े रहते हैं.
कई मौकों पर पप्पू यादव ने साफ तौर पर यह कह दिया कि वह पूर्णिया सीट नहीं छोड़ेंगे. गुरुवार को भी उन्होंने रो कर बताया था कि किस तरह से वह 14 दिन से टॉर्चर में जी रहे हैं.
गौरतलब है कि पूर्णिया सीट से राजद की उम्मीदवार बीमा भारती ने 3 अप्रैल को नामांकन भरा था. बीमा भारती ने पप्पू यादव से आग्रह किया था कि वह पूर्णिया सीट छोड़ दे और नामांकन में शामिल होकर राजद को समर्थन दे. हालांकि पप्पू यादव बीमा भारती के नामांकन में नहीं पहुंचे थे और अगले ही दिन कांग्रेस का जयकारा लगाते हुए नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे.