बिहार में समलैंगिक शादी का मामला चर्चा में बना हुआ है. यह मामला जमुई और लखीसराय जिले का है. जहां निशा (19) और कोमल (20) ने शादी कर ली है. जमुई के दिग्गी गांव की निशा और लखीसराय की कोमल ने मंदिर में जाकर शादी की है.
यह पूरा प्रेम प्रसंग डेढ़ साल पहले शुरू हुआ. जब कोमल अपने मामा की शादी में जमुई गई हुई थी. तभी कोमल की मुलाकात निशा से हुई. शादी के बाद से ही कोमल और निशा मोबाइल के जरिए एक दूसरे से जुड़ी रही. और उसके बाद 24 अक्टूबर को दोनों ने शादी कर ली. निशा और कोमल परिवार के विरोध से भाग कर पटना में रहने लगी. जिसके बाद निशा के परिवार वालों ने लखीसराय थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया था.
अलग करने की कोशिश की तो हम जान दे देंगे - निशा और कोमल
अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद दोनों समलैंगिक कपल पटना से जमुई पहुंची. जहां जीआरपी पुलिस ने दोनों को पकड़ कर पूछताछ की जिसमें दोनों ने शादी होने के बाद कही है.
समलैंगिक जोड़े का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार हम दोनों ने विवाह किया है. अगर हम दोनों को अलग करने की कोशिश की गई तो हम जान दे देंगे. हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज पर सुनवाई करते हुए शादी को कानूनी मान्यता देने से मना कर दिया था. हालांकि उन कोर्ट ने यह भी कहा था कि सेम सेक्स मैरिज का अधिकार देने का हक सांसद और विधानसभाओं का है.
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि सेम सेक्स मैरिज का अधिकार सिर्फ हेट्रोसेक्सुअल को मिला हुआ है. इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा था कि सरकार तय करें कि समलैंगिक और किन्नर लोगों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं हो.