सोमवार 13 मई को मुंबई में आये आंधी-तूफ़ान (Storm in Mumbai) ने 14 लोगों की जान ले ली हैं. दोपहर तीन बजे अचानक 50 से 60 किलोमीटर की रफ़्तार से चली तेज हवाओं के कारण घाटकोपर में 100 फीट ऊंचा और 250 टन वजनी लोहे का होर्डिंग (Hoarding) एक पेट्रोल पंप के ऊपर गिर गया. इस दौरान पेट्रोल पंप पर खड़े पैदल यात्रियों समेत बाइक और कार सवार लोग उसकी चपेट में आ गये. हादसा इतना भयानक था कि इसमें 14 लोगों की मौत हो गयी. वहीं 74 लोग घायल हो गये.
बताया जा रहा है कि आंधी के साथ हो रही तेज बारिश से बचने के लिए लोग पेट्रोल पंप के नीचे खड़े थे तभी यह हादसा हो गया.
हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया. शुरुआत में मुंबई पुलिस, SDRF की टीम और फायर ब्रिगेड ने रेस्क्यू शुरू किया. लेकिन मलवे के अंदर 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका में NDRF की टीम को भी बुलाया गया.
NDRF के अधिकारीयों द्वारा मीडिया को दिए जानकारी के अनुसार, सोमवार को शुरू किया गया बचाव कार्य मंगलवार को भी जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 88 लोगों को बाहर निकाला गया जिसमें 14 लोगों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. 31 लोगों को डिस्चार्ज किया गया और बाकि बचे लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.”
मुंबई पुलिस के अनुसार होर्डिंग के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लिया जाएजा
हादसे के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) घटनास्थल पहुंचकर घटना का जायजा लिया. इसके बाद सीएम शिंदे ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का भी हाल चाल लिया. सीएम ने घटना के बाद कहा “घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मुंबई में जितने भी होर्डिंग्स हैं, उनका ऑडिट किया जाएगा. हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.
सीएम एकनाथ शिंदे ने मृतकों के परिजनों को तत्काल 5 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है.
घटना पर उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी दुःख जताया है और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही हैं. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने दुःख जताते हुए घायलों के लिए बेहतर इलाज और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की है.
50 से 60 किलोमीटर की रफ़्तार से चली तेज हवाएं
मुंबई में भी धूल भरी आंधियों (Change in Mumbai weather) ने अपना कहर बरपाया है. सोमवार 13 मई को दोपहर के लगभग तीन बजे अचानक 50 से 60 किलोमीटर की रफ़्तार से तेज हवाओं के चलने के कारण दिन का नजारा शाम की तरह हो गया.
धूल और तेज हवाओं (Dusty Winds) के कारण सड़क पर आवागमन बाधित हो गया. सड़क किनारे खड़े हल्के वाहन और पेड़ गिर गये. वहीं वडाला ईस्ट एंटॉप हिल के बरकत अली नाका, के पास एक कंस्ट्रक्शन साईट पर लोहे के छड़ से बना ढांचा गिर गया.
वहीं तेज हवाओं ने मुंबई लोकल को भी प्रभावित किया है. सेंट्रल रेलवे की मेन लाइन पर लोकल सर्विस को रोक दिया गया था. यहाँ मुलुंड और ठाणे के बीच जोड़ने वाले ओवरहेड तार को जोड़ने वाला पोल गिरा गया था. जिसे दो घंटो के अन्दर ठीक कर लिया गया.
मुंबई से पहले दिल्ली में भी तेज हवाओं के कारण दो लोगों की मौत हो गयी थी.
आंधी के बाद बारिश
धूल भरी आंधी (Dust storm) के बाद मुंबई के घाटकोपर, धारावी, दादर, बांद्रा, कुर्ला, मुलुंड, विक्रोली और माहिम में बारिश भी हुई है. वहीं कल्याण, उपनगर ठाणे, बदलापुर, अबंरनाथ,और उल्लासनगर में भी धूल भरी आंधी चली है.
मौसम विभाग के अनुसार 14 और 15 मई को भी महाराष्ट्र में तेज हवा और आंधी की संभावना है. कुछ स्थानों पर 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है. तेज हवाओं के साथ बिजली भी गिर सकती है.