कुकी और मैतेई समुदाय के बीच चल रहे तनाव का असर मणिपुर के चुनावों के दौरान भी देखने को मिला. मणिपुर के दो लोकसभा सीटों के लिए पहले और दुसरे चरण में हुए मतदान के दौरान हुई हिंसा (Manipur Voilence) के बाद चुनाव आयोग यहां दुबारा चुनाव करा रहा है. यहाँ दुसरे चरण के मतदान के बाद कुकी उग्रवादियों ने CRPF कैंप पर हमला किया था जिसमें दो जवान शहीद हो गये थे.
26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान दौरान यहां EVM-VVPAT के साथ तोड़फोड़ की गयी थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 58 (2) और 58 ए (2) के तहत यह दुबारा चुनाव के निर्देश दिए थे. चुनाव आयोग ने कहा था कि इन बूथों पर गैरकानूनी तरीके से मतदान भी हुआ है. इलेक्शन कमीशन ने 6 पोलिंग सेंटर पर हुई वोटिंग को शून्य घोषित कर दिया था.
मंगलवार 30 अप्रैल को मणिपुर आउटर (Outer Manipur) के छह लोकसभा सीटों पर दुबारा मतदान हो रहा है. मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक रखा गया है. उखरुल जिले के 5 पोलिंग बूथ और सेनापति के 1 पोलिंग बूथ पर शाम चार बजे तक वोटिंग होगी.
इसके अलावा मणिपुर कांग्रेस ने भी बूथ कैप्चरिंग और जबरन वोट डलवाने की शिकायत कर दोबारा वोटिंग की मांग की थी.
22 अप्रैल को भी हुआ था मतदान
मणिपुर में लोकसभा चुनाव (Loksabha Chunav 2024) के पहले चरण के मतदान के दौरान भी हिंसा हुई थी. पहले चरण में 19 अप्रैल को हुए मतदान के बाद चुनाव आयोग ने यहां 11 सीटों पर दुबारा 22 अप्रैल को वोटिंग करवाया. पहले चरण के मतदान के दौरान यहाँ फायरिंग और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थी. हिंसा की घटनाओं के दौरान यहां EVM को भी नुकसान पहुंचाया गया था. 20 अप्रैल को चुनाव आयोग ने यहां दोबारा वोटिंग कराने के आदेश जारी किए थे. दुबारा हुए चुनाव में यहां 11 बूथों पर 81.6% मतदान हुआ था.
इनर मणिपुर के जिन 11 बूथों पर दोबारा वोटिंग हुई, उनमें साजेब, खुरई, थोंगम, लेइकाई बामन कंपू (नॉर्थ-ए), बामन कंपू (नॉर्थ-बी), बामन कंपू (साउथ-वेस्ट), बामन कंपू (साउथ-ईस्ट), खोंगमान जोन-V(ए), इरोइशेम्बा, इरोइशेम्बा ममांग लेइकाई, इरोइशेम्बा मयाई लेइकाई और खैदेम माखा शामिल हैं.