लोकसभा चुनाव 2024 में झारखंड में आम आदमी पार्टी(आप) ने गठबंधन के साथ चुनावी पारी खेली थी, लेकिन झारखंड में एक भी सीट अपने उम्मीदवार को नहीं उतारा था. आम चुनाव के बाद अब राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी हो रही है, जिसमें आप ने अपने चुनावी किस्मत आजमाने के लिए इस बार इंडिया गठबंधन से अलग होने का फैलसा लिया है. आप ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन को टाटा बोलकर अकेले ही चुनावी पारी खेलने का ऐलान किया है.
आप ने राज्य के सभी 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप के प्रदेश कार्यालय में दो दिनों तक पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
प्रदेश संयोजक डीएन सिंह ने दो दिवसीय बैठक में कहा कि कार्यकर्ता अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में तैयारी में जुट जाएं. संगठन में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. राज्य में जमीन का झगड़ा, हत्या और भ्रष्टाचार चरम पर है. उन्होंने आगे कहा कि झारखंड के गठन को 24 साल हो गए हैं, इस दौरान सत्ता में कई दल आए और मगर व्यवस्था नहीं बदली जा सकी है. जनता की छोटी-मोटी परेशानियों को भी सुनने वाला कोई नहीं है.
पार्टी के उप संयोजक प्रेम कुमार ने कहा की व्यवस्था बदलाव यात्रा के माध्यम से पूरे 81 विधानसभा क्षेत्र में 24 साल का हिसाब किताब होगा. उपाध्यक्ष अजय भगत ने कहा झारखंड के मूल निवासी आज भी राज्य में बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था, रोजगार इन मूलभूत समस्याओं के लिए तरस रहे हैं. स्कूल में शिक्षक नहीं है अस्पतालों से सुविधाएं भी नदारत है.