राजद विधायक फतेह बहादुर ने कुछ दिनों पहले ही देवी दुर्गा और महिषासुर को लेकर विवादित बयान दिया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि दुर्गा पूजा फिजूलखर्ची का त्यौहार है. फ़तेह बहादुर अपने बयान के बाद से ही लगातार सुर्खियों में थे. आज एक बार फिर से उन्होंने विधानसभा सत्र के पहले दिन अपने पिछले बयानों का जिक्र करते हुए नई धार्मिक टिपण्णी की है. मीडिया से बात करते हुए राजद सांसद ने ब्राह्मणों को बिचौलिया कह दिया है.
गरीब, दलित और पिछड़े समाज के लोगों को आवाज़ दी - लालू यादव
सुप्रीम कोर्ट ने खुद स्वीकार किया है कि रामायण और उसके सभी पात्र काल्पनिक है. अगर भगवान है तो भगवान-जनता के बीच में बिचौलिय किस तरीके से धांधली कर रहे हैं. सबसे ज्यादा बिचौलिए ही नफरत फैलाते हैं.
दरअसल फतेह बहादुर शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए विधानमंडल के परिसर में मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने अपने पुराने बयान को दोहराया और नए बयानों के बाद से विवादों में घिर गए हैं. फतेह बहादुर ने यहां लालू यादव को अपना देवता बताया है. उन्होंने कहा कि लालू यादव ने बिहार में गरीब, दलित और पिछड़े समाज के लोगों को आवाज़ दी है.