इन दिनों भारत रत्न सम्मान देने की घोषणाओं का सिलसिला चल रहा है. एक बार फिर से देश के सर्वोच्च सम्मान पाने वाले लोगों के नामों का ऐलान किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वोच्च सम्मान पाने वाले लोगों का ऐलान अपने सोशल मीडिया अकाउंट से किया है. शुक्रवार को भारत रत्न सम्मान के लिए तीन नामों का ऐलान किया गया है, जिसमें पहला नाम पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का है, दूसरा पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का और तीसरा कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन का है.
इस साल की शुरुआत से अब तक पांच लोगों को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा की जा चुकी है, जिसमें सबसे पहले बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था. उसके बाद पूर्व उप प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था. जिसके बाद एक बार फिर से आज तीन नए नामों का ऐलान किया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए लिखा है कि हमारे सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हो या देश के गृह मंत्री और यहां तक की एक विधायक के रूप में भी उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की. आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है.
कांग्रेस के नेता और पूर्व पीएम नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा है कि यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधान मंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, नरसिम्हा राव ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की. उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है. उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था.
प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया.
कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन के बारे में पीएम ने लिखा- यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है. उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए. हम एक अन्वेषक और संरक्षक के रूप में और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाले उनके अमूल्य काम को भी पहचानते हैं. डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है. वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था.