लगता है की बिहार में शिक्षा विभाग को छुट्टियों से कुछ ज्यादा ही दुश्मनी है. पहले शिक्षा विभाग ने स्कूलों की छुट्टियों को बड़े स्तर पर कैची चलाई थी, इसके बाद अब विश्वविद्यालय की भी छुट्टियों पर राज्यपाल ने अपना हथौड़ा चलाया है.
14 दिसंबर को राजभवन ने बिहार के विश्वविद्यालय और कॉलेज को 2024 के छुट्टियों का कैलेंडर थमाया है. इस कैलेंडर के मुताबिक बिहार के विश्वविद्यालय और कॉलेजों में आने वाले साल में कर्पूरी ठाकुर, राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्णा सिंह, पहले उपमुख्यमंत्री अनुग्रह नारायण और देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती के मौके पर खुले रहेंगे.
2024 में कुल 89 छुट्टियां
11 अक्टूबर को जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर छुट्टियों को कायम रखा गया है. महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर भी 2 अक्टूबर को भी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में छुट्टी रहेगी. वही 10 से 13 अक्टूबर तक की ही दुर्गा पूजा की छुट्टी को कैलेंडर में दिखाया गया है.
साल 2023 में इन सभी महापुरुषों की जयंती पर छुट्टियां घोषित थी, लेकिन अब इसे राज्यपाल ने हटा दिया है. राज्यपाल सचिवालय की ओर से जारी कैलेंडर के मुताबिक 2024 में कुल 89 छुट्टियां होंगी. जिनमें 30 दिन की गर्मी की छुट्टी भी शामिल है. 12 रविवार भी इन छुट्टियों में शामिल है. बात करें 2023 की तो इस साल 92 छुट्टियां विश्वविद्यालय में मिली थी.
मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियों में के बारे में यह भी लिखा गया है कि चांद देखने के अनुसार छुट्टियों के तिथि में बदलाव हो सकता है. राज्यपाल के इस नए आदेश से नए राजनितिक उठा-पटक की उम्मीद नजर आ रही है. छुट्टियों पर लगाम लगाने वाली सरकार पर के समर्थन में भी कई लोग है वही कईयों का कहना है की यह मनमानी और तुगलकी फरमान जारी करने वाली सरकार बन गई है.