मंगलवार का दिन इस्तीफें का दिन होता हुआ नजर आ रहा है. बिहार से लेकर झारखंड तक इस्तीफों का सिलसिला लगातार जारी है. आज सुबह से बिहार और झारखंड में एक-एक इस्तीफा पहले ही हो चुका था, अब एक और नया इस्तीफा बिहार की पार्टी में हुआ है.
लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को बड़ा तगड़ा झटका लगा है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने पार्टी की सभी जिम्मेदारियां से अपना इस्तीफा दे दिया है.
कहा जा रहा है कि अशरफ जदयू से निकलने के बाद अब फिरसे राजद ज्वाइन कर सकते हैं. पहले भी वह राजद के दरभंगा सीट से सांसद रह चुके हैं. वह इस बार के चुनाव में दरभंगा या मधुबनी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है. दरअसल मधुबनी की लोकसभा सीट जदयू के खाते में ना आकर भाजपा के खाते में चली गई. भाजपा ने अशोक यादव को मधुबनी के सीट से मौका देने का मन बनाया है.
5 साल पहले फातमी राजद में शामिल थे, इसके बाद उन्होंने जदयू का दामन थामा था. उस समय अपने संबोधन में फातमी ने कहा था कि बिहार में जदयू ही अल्पसंख्यकों के हित के बारे में सोचती है. बता दें कि जदयू में शामिल होने के पहले राजद से फातमी को निलंबित कर दिया गया था. उनके पास पार्टी छोड़ने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा था. कहा जाता है कि 2019 में राजद से उनकी बर्खास्तगी का मुख्य कारण लालू परिवार के लिए उनका अनादर दिखाना था. राजद से निलंबन के बाद उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का हाथ थामा था और मधुबनी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी. हालांकि अगले दिन ही उन्होंने बसपा से अपने उम्मीदवारी वापस ले ली और जदयू में शामिल हुए थे.
मोहम्मद अली फातमी दरभंगा से चार बार सांसद भी रह चुके हैं.