लोजपा(रा) सुप्रीमो चिराग पासवान को उनकी पार्टी ने संसदीय दल का नेता चुना है. हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद चिराग पासवान को शुक्रवार की सुबह पार्टी के नेताओं ने बैठक कर संसदीय दल का नेता चुन लिया है. सर्वसम्मति से हुए फैसले को लेकर लेटर भी जारी किया गया है. लोजपा(रा) के राष्ट्रीय प्रधान सचिव अब्दुल खालिक ने लेटर जारी कर इसकी जानकारी दी है कि चिराग पासवान, वीणा देवी, शांभवी चौधरी, अरुण भारती और राजेश वर्मा के साथ बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से चिराग को दल का नेता चुना गया है.
बीते दिन ही लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद दिल्ली में एनडीए की बैठक हुई थी, जिसमें चिराग पासवान भी शामिल होने पहुंचे थे. यहां से उन्होंने ऐलान किया था कि तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पीएम मोदी ही बनने जा रहे हैं. पीएम की वजह से ही एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला है. एनडीए के घटक दलों ने भी पीएम मोदी के नेतृत्व को ही स्वीकार किया है. इसके साथ ही चिराग पासवान ने ऑफरों के बाजार की खबरों को नकार दिया था. दरअसल यह खबर लगातार बनी हुई थी कि एनडीए के घटक दलों के नेताओं को इंडिया अपने गठबंधन में शामिल करने के लिए ऑफर दे रही है. चिराग पासवान ने इस पर कहा कि किसी को कोई ऑफर नहीं मिला है. एनडीए एकजुट है और अब वह दिन दूर नहीं जब पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए का हर एक दल मजबूती से सरकार बनाएगा.
इस चुनाव में पीएम के हनुमान चिराग पासवान पर बिहार में सबकी निगाहें टिकी थी. चिराग पासवान को एनडीए ने पांच सीट जीत कर लाने के लिए दी थी, जिसे चिराग ने सही साबित कर दिया. चुनावी परिणामों में चिराग की पार्टी ने सभी पांच सीट हाजीपुर, वैशाली, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई में अच्छी जीत दर्ज की थी. चिराग पासवान की इस बड़ी जीत के बाद अब यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.