बिहार के विश्व प्रसिद्ध धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. यह चूक का मामला किसी और से नहीं बल्कि पुलिस प्रशासन की दो महिला पुलिसकर्मियों से ही हुआ है. ऑन ड्यूटी दो महिला पुलिसकर्मियों ने महाबोधि मंदिर परिसर के अंदर रील्स बनाई है.
बिहार पुलिस की यह दोनों महिला पुलिसकर्मियों ने मंदिर में अलर्ट होने के बावजूद रील्स बनाई है. महिला पुलिसकर्मियों ने वर्दी में ओ मेरी जान...अरे ओ मेरी जान जैसे गानों पर रील्स बनाई. पहले वीडियो में दो महिला पुलिसकर्मी नजर आ रही है और दूसरे वीडियो में एक पुलिसकर्मी वीडियो बनवाती हुई देखी जा सकती है.
महिला पुलिसकर्मियों की यह रील्स पूरी तरह से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी, जिसके बाद एसएसपी आशीष भारती तक भी यह वीडियो पहुंची. वीडियो की पड़ताल करने के बाद गया एसएसपी ने दोनों महिला पुलिसकर्मियों को मंदिर परिसर में रील्स बनाए जाने की वजह से सस्पेंशन लेटर भेजा है.
महिला पुलिसकर्मी ने ड्यूटी के दौरान बनायीं रील्स
एसएसपी ने बताया कि वायरल वीडियो काफी दिन पहले का है. दोनों महिला पुलिसकर्मी बिहार विशेष सशस्त्र बल महिला बटालियन सासाराम की है. दोनों को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. और दोनों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की गई है.
महाबोधि मंदिर में इस समय तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा प्रवास के लिए पधारे हैं. वह पूरे 1 महीने तक मंदिर परिसर में ही रहने वाले हैं. उनके सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने मंदिर के परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ा दिया है. मंदिर परिसर में इस समय सुरक्षा बल के साथ केंद्रीय एजेंसियां तक मुस्तादी से काम कर रही हैं.
महाबोधि मंदिर में 2013 में सीरियल ब्लास्ट हो चुके हैं, जिसके बाद से मंदिर की सुरक्षा को और टाइट कर दिया गया था. मंदिर में पर्यटकों के लिए मोबाइल तक के उपयोग की अनुमति नहीं है. पर्यटकों के साथ ही मीडिया कर्मियों के भी कैमरे पर मंदिर परिसर में पूरी तरह से बैन लगा हुआ है.
मंदिर परिसर में कुछ खास लोगों के लिए, बौध भिक्षुओं के लिए और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए विशेष पास पर कैमरा ले जाने दिया जाता है.