बाल सुधार गृह में नाबालिग अपराधियों को रखा जाता है. नाबालिग होने की वजह से उनके लिए अलग सुधार गृह बना हुआ है, ताकि यह अलग माहौल में पले-बढे और अपने अंदर सुधार ला सके. अलग सुधार गृह में इनकी निगरानी भी सही तरीके से की जाती है, लेकिन सुधार गृह में नाबालिग अपराधियों पर विशेष निगरानी ना की जाए वह गलत कदम भी उठा सकते हैं. निगरानी के अभाव में गया के एक बाल सुधार गृह में एक नाबालिग अपराधी ने आत्महत्या कर ली.
गया के सीआरपीएफ कैंप के बाल सुधार गृह में 17 वर्षीय किशोर अमित राज उर्फ टकला पासवान ने बाथरूम में फांसी लगा ली. यह घटना सोमवार की है. किशोर की आत्महत्या की खबर मिलने के बाद परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जाताई है. हालांकि पुलिस ने हत्या की बात को नकारा है और शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल भेजा है.
बाल गृह में आत्महत्या
नाबालिग अपराधी अमित राज पर जानलेवा हमला का मामला दर्ज था. इसी मामले में बीते 20 फरवरी से वह बाल गृह में बंद था. बाल गृह में आत्महत्या की खबर के बाद हड़कंप मचा हुआ है. इस घटना के बाद सुधार गृह के प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं.
पूरे मामले पर रामपुर थाना अध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि डेल्हा थाना क्षेत्र के बैरागी मोहल्ले में रहने वाले अमित राज ने सोमवार की शाम करीब 6:15 में सुधार गृह के बाथरूम में फांसी लगा ली. इसकी सूचना मिलने पर बाल कैदी को तुरंत इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अमित राज की मृत्यु की सूचना मिलने के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में खूब हंगामा मचाया. परिजनों का आरोप है कि बच्चे की सुधार गृह में हत्या की गई है. बहुत समझाने बुझाने पर आक्रोशित परिजन शांत हुए और मामले की जांच के लिए आवेदन दिया.