उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल हादसे में झारखंड के भी कई मजदूर फंस गए हैं.
रविवार को उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल के अचानक धंस जाने से झारखंड के 13 मजदूर इसमें फंस गए हैं. ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्कयारा और डंडल गांव के बीच बन रहे टनल में दुर्घटना के बाद कुल 40 मजदूर टनल में पिछले 2 दिनों से फंसे हुए है.
झारखंड के मजदूरों को सहायता देने के लिए तीन सदस्यीय टीम झारखंड से उत्तराखंड के लिए रवाना हो गई है. झारखंड के रांची, सिमराधाब, डुमरिया, बाराबोतला, पश्चिमी सिंहभूम सहित कई जिले के मजदूर टनल में फसे हुए है.
हेमंत सोरेन ने भेजी टीम
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर इन मजदूरों के सकुशल निकालने की कामना की है. हेमंत सोरेन ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा है-
कल उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन टनल के अचानक धंस जाने से कुल 40 श्रमिकों के टनल में फंसे होने की सूचना मिली, जिसमें कुछ श्रमिक झारखण्ड से भी हैं। झारखण्ड के श्रमिक भाइयों की मदद के लिए राज्य सरकार का तीन सदस्यीय प्रतिनिधमंडल उत्तराखण्ड भेजा जा रहा है। टनल में फंसे हुए सभी श्रमिकों की शीघ्र कुशलता की कामना करता हूँ।
युद्ध स्तर पर ऑपरेशन जारी
टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर ऑपरेशन जारी है. ट्यूब के माध्यम से मजदूरों तक खाना और पानी पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही ऑक्सीजन भी मजदूरों को ट्यूब के सहारे दिया जा रहा है. समय-समय पर अधिकारी वॉकी-टॉकी से मजदूरों के साथ बने हुए हैं. उत्तराखंड की सरकार लगातार मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है.