Jharkhand News: उत्पाद सिपाही परीक्षा को लेकर CM का बड़ा फैसला, 3 दिनों के लिए रुकी भर्ती प्रक्रिया

Jharkhand News: उत्पाद सिपाही भर्ती की दौड़ में 11 अभ्यर्थियों की मौत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अगले तीन दिनों के लिए भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है.

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उत्पाद सिपाही परीक्षा रुकी

उत्पाद सिपाही परीक्षा रुकी

झारखंड में कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया के दौरान 11 उम्मीदवारों की मौत हो गई. इस घटना ने राज्य में बड़ा बवाल मचाया हुआ है. विपक्ष ने भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया है. नियुक्ति प्रक्रिया के दौड़ में इतने अभ्यर्थियों की मौत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ा फैसला सुनाया है. मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिनों के लिए भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है.

झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया गया कि तीन, चार और पांच सितंबर को राज्य के सात केन्द्रों पर आयोजित होने वाली झारखंड उत्पाद सिपाही दक्षता परीक्षण को स्थगित किया जाता है. हालांकि प्रेस विज्ञप्ति में अगली तारीख का जिक्र नहीं किया गया है. घटना के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने भी अपने सोशल मीडिया के जरिए लंबा-चौड़ा पोस्ट कर अभ्यर्थियों की मृत्यु पर दुख जताया और परीक्षा स्थगित करने का ऐलान किया.

सीएम ने लिखा- उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया में दौड़ के क्रम में प्रतिभागियों की असामयिक मृत्यु दुःखद और मर्माहत करने वाली है. पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनाये गये नियमावली की अविलंब समीक्षा का निर्देश देते हुए हमने इस ढंग की भविष्य की सभी बहालियों के लिए नियमावली में बदलाव करने का निर्देश दिया है, साथ ही इस प्रक्रिया में दुर्भाग्यवश पीड़ित और शोकाकुल परिवार को सरकार की तरफ से तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रस्ताव बनाने का भी निर्देश दिया गया है.

सीएम ने आगे ऐलान किया कि एहतियातन अगले 3 दिनों के लिए हमने इस भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दिया है. दौड़ का आयोजन अब प्रातः 9 बजे के बाद किसी भी सूरत में नहीं की जाएगी. जिन अभ्यर्थियों को दौड़ के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की जरूरत महसूस होगी उनके लिए चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था होगी तथा सभी प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ते/फल का व्यवस्था होगी जिससे कि कोई भूखे पेट दौड़ में हिस्सा न ले.

आखिर में सीएम ने लिखा, आखिर किन कारणों से हमारे गांव - समाज के अपेक्षाकृत स्वस्थ / चुस्त लोग, पूर्व से चली आ रही शारीरिक परीक्षा में हताहत हो जा रहे हैं, आखिर झारखंड सहित देश में पिछले 3-4 वर्षों में सामान्य जन के स्वास्थ्य में ऐसा क्या बदलाव आया है ? इन युवाओं की असामयिक मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए, जिससे की भविष्य में ऐसी दुर्घटना घटित न हो, हमने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की भी एक समिति का गठन कर परामर्श रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है.

राज्य में 11 अभ्यर्थीयों की मौत के बाद भाजपा ने 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है. झारखंड सरकार से भी मृतकों के आश्रितों को 50-50 लाख रुपए सहयोग राशि और एक-एक सरकारी नौकरी की मांग की गई है.

बता दें कि 22 अगस्त से झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए दौड़ प्रक्रिया शुरू की गई थी. जिसके लिए राज्य में सात केंद्र बनाए गए थे. रांची में दो जगह पर केंद्र बने थे, इनके अलावा गिरिडीह, पलामू, सीटीसी मुसाबनी, साहिबगंज में भी केंद्र बने थे. भर्ती प्रक्रिया के दौड़ में अभ्यर्थियों को 1 घंटे में 10 किलोमीटर के दौरान पूरी करनी होती है. 28 अगस्त की दौड़ में पलामू में चार अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी. देखते ही देखते अलग-अलग जिलों से भी दौड़ के दौरान अभ्यर्थियों के मौत की खबरें आनी शुरू हुई. जिसके बाद घटना ने सभी को हैरानी में डाल दिया.

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