मध्य प्रदेश के मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. विधायक ने आज इस पद से अपना इस्तीफा दे दिया है.
नारायण त्रिपाठी ने अपना इस्तीफा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को सौंप दिया है. जिसमें उन्होंने लिखा है- मैं, मध्य प्रदेश विधानसभा का सदस्य नारायण त्रिपाठी, भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. कृपया बेझिझक मेरा इस्तीफा स्वीकार करें.
विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू
मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को भी पत्र लिखकर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. चुनाव से ठीक पहले उनके इस तरह से पार्टी छोड़ने पर संभावनाओं का बाजार गर्म है. कहा जा रहा है कि नारायण त्रिपाठी कुछ ही दिनों में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
इस बार चुनाव में बीजेपी ने नारायण त्रिपाठी को टिकट न देकर श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट देने का ऐलान किया था. विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और सभी पार्टियां लगातार अपनी पार्टी को जिताने की कोशिश में लगी हुई हैं. इस बीच पार्टी नेताओं के इस्तीफे और दलबदल का सिलसिला शुरू हो गया है.
नारायण त्रिपाठी लगातार चार बार विधायक रहे हैं. त्रिपाठी ने पिछले दो चुनाव 2016 के उपचुनाव और 2018 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीते थे. 2013 में, त्रिपाठी ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव जीता था.
नारायण त्रिपाठी लंबे समय से विंध्य राज्य के गठन की मांग कर रहे थे. इसके लिए आंदोलन भी किया था. अब देखना दिलचस्प होगा कि नारायण त्रिपाठी किसकी बगिया संभालते हैं.