शनिवार से पटना के गांधी मैदान में पुस्तक मेला सह सांस्कृतिक महोत्सव की शुरुआत हुई. पुस्तक प्रेमियों के लिए लगाए गया यह मेला 8 नवंबर तक गांधी मैदान में चलने वाला है.
पुस्तक मेला का उद्घाटन ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार और पटना यूनिवर्सिटी के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर लक्ष्मी नारायण सिंह ने किया. मेले का आयोजन साहित्य दर्पण की तरफ से कराया गया है.
पुस्तक मेले को आकर्षक बनाने के लिए कई स्टॉल मालिकों ने अपने स्टॉल पर भारी डिस्काउंट रखा है. मेले में किताबों के 95 स्टाल लगाए गए हैं. जिसमें साहित्य, कहानी, निबंध, उपन्यास, कविता, धर्म की भी किताबें मौजूद है.
प्रतिष्ठि और स्थानीय प्रकाशक की किताबें भी शामिल
मेला प्रबंधक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पुस्तक मेले में देश भर के प्रतिष्ठित प्रकाशक और स्थानीय प्रकाशक की किताबें भी शामिल है. मेले में बच्चे, बूढ़े, साहित्यकार सभी को अपनी पसंद की किताबें मिलेंगी.
पुस्तक मेले में आने वाले लोग किताबों की खरीदारी के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद ले सकेंगे.
मेले में 30 अक्टूबर को लोकगीत एवं राष्ट्रीय गीत प्रतियोगिता, 31 अक्टूबर को चित्रकला प्रतियोगिता, 1 नवंबर को कवि सम्मेलन (पुरुष), 2 नवंबर को कहानी- कविता लेखन प्रतियोगिता (बच्चे), 3 नवंबर को एकता नाटक प्रतियोगिता, 4 नवंबर को नृत्य प्रतियोगिता (बच्चे), 5 नवंबर को कहानी लेखन प्रतियोगिता (पुरुष), 6 नवंबर को फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, 7 नवंबर को कवि सम्मेलन (महिला) का आयोजन कराया जा रहा है.