1 सितंबर से पटना के सड़कों पर चलने वाली बसों में बदलाव होने वाला है. पटना में 1 सितंबर से डीजल बसों का चलन पूरी तरह बंद होने जा रहा है. दो महीने बाद पटना में डीजल से चलने वाली सभी स्कूल बसों पर लगाम लगाने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए जिला परिवहन कार्यालय ने कमर कस ली है. परिवहन कार्यालय ने साफ किया है कि 1 सितंबर से पटना नगर निगम, दानापुर नगर परिषद, फुलवारी नगर परिषद और खगौल नगर परिषद में डीजल वाले स्कूल बसें नहीं चलेंगी. स्कूलों में सीएनजी या इलेक्ट्रिक बसों का ही इस्तेमाल किया जाएगा. इस नए बदलाव को लेकर परिवहन कार्यालय सभी स्कूलों को नोटिस भी भेजेगा.
इसके पहले परिवहन विभाग ने नगर बस सेवा और डीजल चलित ऑटो पर प्रतिबंध लगाया था. डीजल वाले स्कूल बसों पर प्रतिबंध लगाने के लिए परिवहन विभाग ने 23 फरवरी 2023 को अधिसूचना जारी की थी. पटना में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए परिवहन विभाग एक-एक कर सभी क्षेत्रों से डीजल चलित वाहनों पर रोक लगा रहा है. एक अनुमान के मुताबिक पटना में 40 हजार से अधिक डीजल चालित ऑटो थे, जिस पर 1 अप्रैल 2021 से प्रतिबंध लगाया गया. 1 सितंबर 2023 से डीजल वाले नगर बसों पर भी प्रतिबंध लगाया गया.