पटना के आसरा शेल्टर होम की तीन लड़कियों की मौत की जांच रिपोर्ट सामने आई है. आसरा गृह में लड़कियों की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पोटेंशियल हेमरेज और फूड प्वाइजनिंग बताया गया है. पोटेंशियल हेमरेज में शरीर में छोटे-छोटे हेमरेज होते हैं. त्वचा पर खून के छोटे-छोटे चक्ते जमा होने और प्लेटलेट्स कम होने के कारण ब्लड सेल टूट जाते हैं, जिससे मौत होती है.
पूरे मामले पर पटना जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने भी जानकारी साझा की है. पटना डीएम ने बताया कि आसरा गृह में लड़कियों को खिलाई जाने वाली खाद्य सामग्री में भी गड़बड़ी थी, जो खाना या खाद्य सामग्री लड़कियों को दी जाती थी वह खाने योग्य नहीं थी. जांच में पाया गया कि आसरा गृह में बच्चियों को खाने में दिए जाने वाले मसाले सही नहीं थे. खाने में इस्तेमाल हो रहे हल्दी और धनिया पाउडर में लीड क्रोमेट की मात्रा पाई गई है, जो एक हानिकारक खाद्य पदार्थ है.
इसके अलावा शेल्टर होम में साफ-सफाई और देखभाल की भी सही व्यवस्था नहीं थी. मामले में शेल्टर होम की अधीक्षक दोषी पाई गई है, जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. आसरा शेल्टर होम के सभी स्टाफ को भी नौकरी से निकाल दिया गया है और नए स्टाफ की तैनाती हुई है.
मालूम हो कि पटना के पटेलनगर स्थित आसरा गृह में बीते 7 नवंबर को खाने के बाद 13 लड़कियों की तबीयत खराब हो गई थी. उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद घटना के दिन एक बच्ची की मौत हुई. अन्य दो लड़कियों की मौत इलाज के दौरान पटना पीएमसीएच में हुई. इस घटना के बाद आसरा गृह में खिलाए जाने वाली चीजों को जांच के लिए भेजा गया.