बिहार में लोकसभा चुनाव के बीच एक पार्टी दूसरे पार्टी को भाषणों के जरिए टारगेट तो कर ही रहे है, लेकिन इसके अलावा पार्टियों के नेता-मंत्री भी चुनाव में झटका देते हुए नजर आ रहे हैं. गुरुवार को पूर्व सांसद रंजन यादव ने राजद का साथ थाम लिया. राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने राजद कार्यालय में रंजन यादव को पार्टी की सदस्यता दिलाई. पार्टी ज्वाइन करने के बाद रंजन यादव ने कहा कि लालू यादव का डिमांड लोकसभा चुनाव में हर राज्य में होता था.
रंजन यादव को राजद पार्टी के फाउंडर सदस्यों में से एक माना जाता है, लेकिन बाद में उन्होंने जदयू का साथ थाम लिया था. 2009 के लोकसभा चुनाव में रंजन यादव ने लालू प्रसाद यादव को पाटलिपुत्र सीट पर हराया था. रंजन यादव इस सीट पर जदयू के टिकट पर जीत गए थे. हालांकि कुछ दिनों बाद उनका जदयू से भी मोहभंग हो गया और वह भाजपा में शामिल हो गए. इसके बाद फिर से जदयू में गए और अब राजद के में वापस लौट आए हैं.
इस बार पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से लालू यादव की बेटी मीसा भारती तीसरी बार चुनावी किस्मत आजमाने उतर रही है, जिन्हें रंजन यादव का पूरा समर्थन मिलने वाला है. पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में रंजन यादव की पकड़ काफी ज्यादा मानी जाती है.
रंजन यादव के राजद में शामिल होने के बाद सांसद मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने सभी को मजबूर कर दिया है कि बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में नौकरी पर बात हो. उन्होंने जो भी कुछ परिवर्तन पत्र में लिखा है उन मुद्दों पर बात होनी चाहिए. प्रधानमंत्री मुद्दों की बात ना करके ऊलजुल बातों को अपने बहन जनसभा में बोलते हैं.