बिहार में स्मार्ट मीटर के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल प्रदर्शन करने जा रही है. 1 अक्टूबर से राजद स्मार्ट मीटर के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन करेगी. बुधवार को राजद प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह और पार्टी प्रवक्ता ने इसका ऐलान किया. नीतीश सरकार पर राज्य के बिजली उपभोक्ताओं से लूट मचाने का आरोप राजद ने लगाया. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्मार्ट बिजली मीटर से आम नागरिक परेशान हो रहे हैं और सरकार द्वारा सुनियोजित लूट की जा रही है. यह स्मार्ट मीटर जनहित के खिलाफ है.
उन्होंने आगे कहा कि चाहे गांव हो या शहर हर व्यक्ति स्मार्ट मीटर से त्रस्त है. अन्य प्रदेशों के मुकाबले बिहार में तेजी से स्मार्ट मीटर को लेकर शिकायतें बढ़ रही है. इस खेल में विभाग द्वारा करोड़ों रुपए का रिश्वत वसूला जा रहा है. अकेले जितना स्मार्ट मीटर बिहार में लगा है इतना पूरे देश में नहीं लगा. राजद ने आंकड़ा देते हुए कहा कि बिहार में 32 लाख स्मार्ट मीटर लगा है जो पूरे देश के अनुपात के मुकाबले काफी ज्यादा है. बिहार सरकार ने अभी एक करोड़ 72 लाख और स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है, जिससे जनता को और ज्यादा परेशानी होगी.
राजद ने नीतीश सरकार को डेढ़ महीने का अल्टीमेटम देते हुए स्मार्ट मीटर लगवाने पर रोक लगाने कहा है. अगर ऐसा नहीं होता है तो बिजली कर्मियों को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा और स्मार्ट मीटर को उखाड़ कर फेंक दिया जाएगा.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्मार्ट मीटर के कारण कई लोगों के घर का बिजली बिल ज्यादा हो गया है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है.
बता दें कि इन दिनों स्मार्ट मीटर को लेकर बिहार के अलग-अलग जिलों में विरोध हो रहा है. हाल में ही पश्चिम चंपारण के सलाह बरियरवा पंचायत में स्मार्ट मीटर लगाने गई बिजली विभाग की टीम को गांव वालों ने भगा दिया. जिसके बाद कर्मियों ने कुछ लोगों पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए केस भी दर्ज कराया है.