बिहार में अब सरकारी और निजी काम से रुकने ठहरने वाले लोगों के लिए किराया महंगा हो गया है. बिहार के जिला निरीक्षण भवन सहित पटना साहिब भवन में भी ठहरने वाले लोगों को ज्यादा किराया चुकाना होगा. यह नया किराया तीन श्रेणियां में तय किया गया है, जिसमें सरकारी काम से सरकारी व्यक्ति, निजी काम से सरकारी व्यक्ति और अन्य सभी मामलों के लिए अलग-अलग दरें तय की गई है.
पटना साहिब भवन में सरकारी काम से सरकारी व्यक्ति की तुलना में निजी काम से सरकारी व्यक्ति को रूकने के लिए दोगुना किराया देना होगा. जबकि अन्य मामलों के लिए चौगुना से छह गुना किराया तय किया गया है. भवन निर्माण विभाग के तहत पटना साहिब के पटना साहिब भवन के एक कमरे का किराया सरकारी काम से सरकारी व्यक्ति या सिख श्रद्धालुओं के लिए 250 रुपए प्रतिदिन है. वहीं डॉरमेट्री का किराया 100 रुपए है. निजी काम से सरकारी व्यक्ति के लिए कमरे का किराया 500 रुपए और डॉरमेट्री का 200 रुपए है. अन्य सभी मामलों में कमरे का किराया प्रतिदिन 1500 रुपए और डॉरमेट्री का किराया 300 रुपए रखा गया है. हॉल व परिसर के लिए, खुली जगह की बुकिंग के अलग-अलग श्रेणियों का अलग-अलग किराया तय किया गया है.
भवन निर्माण विभाग के अंतर्गत जिला निरीक्षण भवन में एसी कमरे का किराया सरकारी काम से सरकारी व्यक्ति के लिए 250 रुपए और नॉन एसी कमरे का किराया 100 रुपए तय किया गया है. निजी काम से सरकारी व्यक्ति के लिए एसी कमरे का किराया 500 रुपए और नॉन एसी कमरे का 200 रुपए रखा गया है. अन्य सभी मामलों के लिए एसी कमरे का किराया 1000 रुपए और नॉन एसी कमरे का 500 रुपए किराया रखा गया है.