भारतीय टीम, से स्टार फुटबॉलर और कप्तान ने सुनील छेत्री ने संन्यास की घोषणा कर दी है. सोशल मीडिया एक्स पर नौ मिनट का भावुक वीडियो पोस्ट करते हुए छेत्री ने इसकी घोषणा की है. छेत्री ने कहा कि कुवैत के साथ होने वाला वर्ल्ड कप इंटरनेशनल मैच उनका आखिरी मैच होगा. भारत और कुवैत के बीच वर्ल्ड कप क्वॉलीफायर मैच 6 जून को कोलकाता में खेला जायेगा.
सोशल मीडिया एक्स पर सुबह 10 बजे डाले गये वीडियों में छेत्री ने अपने खेल के दिनों में मिली अनुभूतियों और फैन्स से मिले प्यार को बताया है. छेत्री ने वीडियों के कैप्शन में लिखा है कि “मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ.”
वीडियों की शुरुआत करते हुए छेत्री अपने डेब्यू मैच को याद करते हैं. छेत्री कहते हैं “अपने डेब्यू मैच की फीलिंग्स को बयां नहीं कर सकता. उस मैच में ही मैंने पहला गोल किया था. खासकर, जब टीम इंडिया की जर्सी पहनी तो वह अलग अहसास था. उस दिन को कभी भूल नहीं सकता.”
छेत्री ने अपने पहले कोच को भी याद किया. कोच सुखी उनके पहले मैच में कोच थे. उसी मैच में छेत्री ने पहला गोल किया था. छेत्री वीडियों में अपने खेल करियर में बिताए 19 सालों के लंबे सफर को याद करते हैं और कहते हैं “मैंने पिछले 19 सालों में जो सीखा है वो है ड्यूटी, प्रेशर और ढेर सारी खुशियों को बैलेंस करना.”
सबसे पहले परिवार को बताया फैसला
सुनील छेत्री वीडियों में कहते नजर आ रहे हैं कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में सबसे पहले अपने माता-पिता और पत्नी को बताया. छेत्री कहते हैं पिता ने उनके फैसले पर खुशी जाहिर की. लेकिन उनकी मां और पत्नी रोने लगी.
छेत्री ने आगे कहा कि मैंने उनसे कहा आप हमेशा कहते थे मुझे खेलते देख कर अप बहुत दबाव महसूस करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
छेत्री आगे कहते हैं शायद मेरी बात से किसी को बुरा लगे लेकिन मुझे लगता है कि इस देश में किसी भी खिलाड़ी से सबसे ज्यादा प्यार मिला है. मैं फैन्स का सबसे ज्यादा लाडला रहा हूं.”
छेत्री आगे कहते है वे चाहते थे कि उनका बेटा उन्हें मैदान में खेलते देखे. उसे यह पता हो कि उसेक पिता ने करियर में क्या किया है.”
सुनील छेत्री ने साल 2005 में सीनियर टीम में डेब्यू किया था. अबतक उन्होंने 145 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 93 गोल दागे हैं.
अपने सर्वाधिक गोल के साथ छेत्री अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चौथे पायदान पर रहे हैं.