झारखंड में इन दिनों विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां जोरों पर है. सत्ताधारी पार्टी झामुमो से लेकर विपक्षी दल सभी विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं. इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) ने भी विधानसभा चुनाव के पहले राज्य में तीन दिवसीय बैठक का आयोजन किया है. आज से राजधानी रांची में इसकी शुरुआत हो गई है, जिसमें करसंघचालक मोहन भागवत भी शामिल हुए हैं. रांची में आयोजित इस बैठक में देशभर के प्रांत प्रचारक भी हिस्सा ले रहे हैं. देश के 46 प्रांत के प्रचारक और उनके सहयोगी बैठक में शामिल हुए है.
तीन दिवसीय इस बैठक का आयोजन हर साल दो बार होता है, जिसमें सालभर की योजना, प्रवासी कार्यों की चर्चा, विभागों की चर्चा, शाखा से जोड़ने वाले नए लोगों के लिए बौद्धिक विचार में अलग-अलग प्रयोग पर भी चर्चाएं होती हैं.
बैठक को लेकर सुनील अंबेडकर ने बताया कि तीन दिवसीय बैठक में समाज की शक्ति को अपने साथ छोड़कर सामाजिक परिवर्तन के लिए कैसे काम किया जाए, इस पर विचार किया जाएगा. साथ ही सामाजिक जीवन के कई और विषय पर भी चर्चा की जाएगी. उन्होंने आगे बताया कि आरएसएस में हर 3 साल पर महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन होता है.
12, 13 और 14 जुलाई को रांची में आयोजित इस बैठक में प्रांत प्रचारकों के अलावा सह प्रांत प्रचारक और क्षेत्र प्रचारक भी शामिल हुए हैं. इसके अलावा आरएसएस के कई शीर्ष नेता भी इसमें शामिल होने पहुंचे हैं.
बता दें कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसमें इन राज्यों में कई पार्टीयों की टक्कर गठबंधन के जरिए होगी.