कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका में आरक्षण पर दिए बयान पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भड़क गए हैं. केन्द्रीय मंत्री मांझी ने आज राहुल गांधी के बयान को देश विरोधी बताया है. मांझी ने कहा कि राहुल गांधी को विदेश जाकर भारत की आलोचना नहीं करनी चाहिए थी. उन्हें अपनी बात को संसद में रखना चाहिए था, वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं.
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि राहुल गांधी का दिया बयान देशद्रोही है और उनके ऊपर मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
गुरुवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर जीतन राम मांझी ने लिखा- कोई भी देशभक्त विदेशी धरती पर जाकर जनता के चुने गए सरकार पर अभद्र टिप्पणी नहीं कर सकता. राहुल गांधी का बयान एक देशद्रोही बयान है. उनके ऊपर मुकदमा दर्ज होना चाहिए. केंद्रीय मंत्री मांझी ने आगे लिखा कि रही बात आरक्षण की तो नरेंद्र मोदी जी के रहते किसी राहुल गांधी की हैसियत नहीं की वह आरक्षण खत्म कर सके.
मालूम हो कि राहुल गांधी ने अमेरिका की यात्रा के दौरान वर्जीनिया में एक भाषण दिया, जहां उन्होंने भारतीय अमेरिकी समुदाय के सैकड़ो लोगों से बातचीत की. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस कुछ धर्मों, भाषओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है. भारत में राजनीति के लिए नहीं बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले आपको यह समझना होगा की लड़ाई किस बारे में है. लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं. या एक सिख गुरुद्वारा जा सकता है या नहीं.
इसके साथ ही वॉशिंगटन डीसी में बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने भारत में लागू आरक्षण को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण तभी खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल देश में ऐसी स्थिति नहीं है. कांग्रेस नेता के इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री से लेकर भाजपा समेत कई विपक्षी दलों के प्रमुख प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. बीते दिन चिराग पासवान ने भी राहुल गांधी के इस बयान पर टिप्पणी की थी.