बिहार के सहरसा जिले(Sarhasa news) में 13 साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना सामने आई है. घटना की जानकारी तब लगी जब पेट दर्द की शिकायत पर परिजन बच्ची को अस्पताल लेकर गये. वहां बच्ची के गर्भवती होने की जानकारी मिली. बच्ची की हालत नाजुक होने के कारण डॉक्टरों को उसका यूट्रस निकालना पड़ा. जबकि पंचों ने 10 हजार देकर मामले को दबाने का प्रयास किया है.
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बताया जा रहा है कि बच्ची पढ़ाई करने नजदीकी मदरसे में जाती थी. जहां मदरसे में पढ़ाने वाला मौलाना बच्ची के साथ दुष्कर्म करता था. बच्ची को धमकाते हुए इमाम जान से मारने की धमकी देता था. लगातार दुष्कर्म के कारण बच्ची गर्भवती हो गयी. तब जाकर परिवार को इसकी जानकारी मिली और पुलिस को आवेदन दिया.
यौन शोषण की शिकार हुई बच्ची के परिजन के अनुसार “आरोपी मौलाना इम्तियाज उर्फ चुन्ना और गांव के कुछ पंचों ने मामले को दबाने के लिए परिवार को 10 हजार रूपए देकर चुप रहने का दबाव बना रहे थे.”
पेट में दर्द की शिकायत पर परिजन ले गये अस्पताल
आरोपी इमाम सहरसा वार्ड नंबर 26 स्थित मस्जिद के बगल में मदरसा(Madrasa) चलाता था. इस मदरसे में बस्ती में रहने वाली 15 से 20 बच्चियां पढ़ने आती थी. पीड़ित बच्ची भी इसी मदरसे में पिछले तीन चार महीने से पढ़ाई करने जाती थी. यहीं पर इमाम ने बच्ची के साथ यौन शोषण(Sexual Exploitation) किया. इमाम शादीशुदा और बच्चे का पिता है.
आर्थिक तौर पर कमजोर बच्ची का परिवार सहरसा के वार्ड नंबर 26 के बस्ती में रहता है. मां जीविका चलाने के लिए दिल्ली में घरेलू मददगार के तौर पर काम करती हैं. जबकि पिता मानसिक रूप से कमजोर हैं.
3 अक्टूबर को अचानक बच्ची के पेट में दर्द होने लगा. बच्ची के नानी ने दिल्ली में रह रही बच्ची की मां को फोन पर तबियत खराब होने की जानकारी दी. लेकिन तबियत ज्यादा खराब होने के कारण परिजन उसे एक निजी महिला डॉक्टर के पास लेकर गये. जहां जांच में बच्ची के गर्भवती होने की जानकारी मिली.
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यहां से परिजन उसे वापस सहरसा मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर गये जहां ऑपरेशन करके मृत भ्रूण को निकाला गया. घटना के बारे में बताते हुए बच्ची कहती है “मैं उमरा मस्जिद के बगल के मदरसे में पढ़ने जाती थी. वहीं पर पढ़ाने वाला चुन्ना मेरे साथ एक-डेढ़ महीने से गलत हरकत कर रहा था. कहता था नानी-मामू को बताओगी तो जान से मार देंगें. इसलिए हम डरसे (डर के कारण) किसी को नहीं बताये.”
बच्ची की हालत अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है. आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सहरसा सदर थाना प्रभारी सुधाकर कुमार ने बताया कि “अभी तक के जांच में मामला सही पाया गया है. लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ है. परिवार के आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ धारा 376 और 4/6 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. आगे अभी जांच चल रही है जो जांच में जो आएगा उसके आधार पर गिरफ्तारियां होंगी. अभी जो मुख्य आरोपी है उसे गिरफ्तार न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया है. बच्ची की तबियत अभी ठीक है.”
पंचों ने मामला दबाने के लिए पैसे का प्रस्ताव रखा
मामले को लेकर पंचायत बुलाई गई थी यहां पंचों ने पीड़ित बच्ची के परिवार को 10 से 20 हजार रुपए देकर मामले को दबाने का प्रयास किया. पंचों का कहना अभी इतना रख लो बाद में बच्ची की शादी के समय और देंगे.
तबियत खराब होने की जानकारी मिलने पर बच्ची की मां 7 अक्टूबर को दिल्ली से सहरसा आई. पूरी घटना जानने के बाद पीड़िता की मां ने 8 अक्टूबर को थाने में शिकायत दर्ज करवाई. इसमें मुख्य आरोपी इमाम के साथ ही पंचायत करने वाले सहरसा बस्ती के वार्ड प्रतिनिधि मो. तारिक खान, आरोपी के पिता मो. अनवर, मो. मुमताज आलम, मो. मुन्ना, मो. छोटकन, मो. अनजार और मो. शमसेर को आरोपी बनाया गया है.
हालांकि पैसे लेकर मामला दबाने के आरोप को वार्ड 26 के पार्षद प्रतिनिधि मो. तारिक खान इस आरोप से इंकार करते हैं. डेमोक्रेटिक चरखा से बात करते हुए वार्ड प्रतिनिधि मो. तारिक खान कहते हैं “इस घटना की जानकारी मुझे 5 अक्टूबर को हुई. एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं पीड़िता को देखने अस्पताल भी गया था. जिस दिन मैं अस्पताल गया था उस दिन बच्ची का ऑपरेशन हो चुका था. मैंने बच्ची से केवल आरोपी का नाम पूछा और आरोपी परिवार से भी घटना के बारे में पूछताछ किया. बस इतनी सी बात पर समाज के कुछ दबंग लोगों ने मुझपर और मेरे चचेरे भाई को इसमें नामजद बना दिया. नगर निगम चुनाव में हुई जीत से इन लोगों को मुझसे परेशानी है.”