माता वैष्णो देवी में यात्रियों की सुविधा के लिए रोपवे प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के विरोध में 25 दिसंबर से 3 दिनों के लिए कटरा पूरी तरह से बंद करने की घोषणा की गई है. बंद के कारण श्रद्धालुओं को यहां काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बुधवार को बंद के पहले दिन कटरा में सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद नजर आए. 14 किलोमीटर तक यात्री ट्रैक पर पिट्ठू और पालकी वालों ने भी हड़ताल का समर्थन करते हुए विरोध जताया. यात्रियों को इस दौरान ना तो कहीं पिट्ठू मिला और ना ही पालकी.
दरअसल, कटरा से मंदिर की दूरी 14 किलोमीटर है. यहां वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से रोपवे निर्माण का प्रोजेक्ट चल रहा है, जिससे सफर 1 घंटे में पूरा हो जाएगा. प्रोजेक्ट से बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चों को फायदा होगा. इस प्रोजेक्ट को बनाने में करीब 300 करोड़ रुपए खर्च आएगा. 18 दिसंबर को समिति और प्रशासन के बीच बातचीत भी हुई थी. प्रशासन ने आश्वासन दिया कि यह प्रोजेक्ट बंद हो जाएगा. मगर समिति श्राइन बोर्ड से लिखित में आश्वासन चाहती है.
इस हड़ताल में दुकानदार पिट्ठू, पालकी, घोड़े वाला, ऑटो चालक, होटल संचालक भी शामिल है. समिति के सदस्य ने बताया कि यह प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद 2 लाख से ज्यादा व्यापारी, ड्राई फ्रूट व्यापारी और अन्य व्यवसाय पर सीधा असर पड़ेगा. इसके साथ ही रास्ते में कई पड़ाव है, जहां श्रद्धालु माथा टेकते हैं. अगर रोपवे बन जाता है तो श्रद्धालु यहां दर्शन करने नहीं आ पाएंगे. वैष्णो देवी मंदिर ट्रैक पर तकरीबन 2000 से 2500 दुकान हैं. इसके साथ ही 10 से 12 हजार घोड़े वाले, पालकी और पिट्टू भी है.