बिहार अपने अजब-गजब कामों की वजह से चर्चा में रहता है. कई बार राज्य अपने आईपीएस-आईएएस की वजह से चर्चा में रहता है. लेकिन इस बार राज्य मुजफ्फरपुर जिले और यहां के पुलिसकर्मियों की करतूतों की वजह से सुर्खियों में आ गया है.
दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के फकुली इलाके में हादसे के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बजाय नहर में फेंक दिया.
शव को नहर में फेंके जाने का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया और यह वायरल हो गया. इसके बाद मुजफ्फरपुर पुलिस के एक पुलिसकर्मी, ड्राइवर और दो होम गार्ड के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गई और उन्हें निलंबित कर दिया गया.
वीडियो वायरल होने के बाद मुजफ्फरपुर पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. बताया जा रहा है कि शव किसी अज्ञात बुजुर्ग का है, जिसकी सड़क हादसे में मौत हो गई. शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
पुलिस के मुताबिक, जो हिस्सा बुरी तरह कुचला गया था, उसे नहर में फेंक दिया गया। लेकिन वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पुलिस ने पूरे शव को एनएच 22 पर ढोढ़ी नहर में फेंक दिया और वहां से चली गई.
देशभर में अपराध रोकने के लिए नियुक्त की जाने वाली पुलिस ही अगर इस तरह से अपराध करेगी तो क्या उन्हें निलंबित कर देना ही एकमात्र समाधान है?