बीते दिनों बिहार के अररिया में एक निर्माणाधीन पुल देखते ही देखते नदी में समा गया था. अररिया के इस पुल दुर्घटना की यादें अभी ताजा ही थी कि तब तक सिवान में भी एक ऐसी ही घटना हो गई. अररिया की तरह ही सिवान में भी एक पुल नदी में टूट कर ध्वस्त हो गया. शनिवार को सिवान के गंडक नहर पर बना पुल नदी में समा गया. बीते एक हफ्ते में पुल बहने की यह दूसरी बड़ी घटना बिहार में हुई है.
सिवान के दारौंदा प्रखंड के रामगढा पंचायत में महाराजगंज प्रखंड के पटेढ़ी बाजार और दारौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ने वाला पुल अचानक तेज आवाज के साथ गिर गया. पुल के गिरने की आवाज दूर तक लोगों को सुनाई दी, जिससे लोग सहम गए और भाग कर पुल के पास पहुंचे. पुल बहने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमें भरभराता हुआ पुल साफ नजर आ रहा है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पुल काफी पुराना है. बीते दिनों प्रशासन ने नहर की सफाई कराई थी, इस दौरान नहर में से मिट्टी निकाल कर बांध में डलवाया गया था. मिट्टी निकालने से पुल का पिलर कमजोर पड़ गया होगा और दुर्घटना हुई. इस पूरी घटना में किसी के जान माल को कोई नुकसान की खबर नहीं है.
हालांकि इस घटना के बाद से अब बिहार सरकार पर और भी सवाल खड़े होने लगे हैं कि आखिर राज्य में कितने ऐसे भ्रष्टाचार से बनाए गए पल मौजूद है. आखिर कितने ऐसे पुल और बचे हैं जो आने वाले दिनों में किसी भी वक्त जानलेवा साबित हो सकते हैं.