बिहार उपचुनाव में चार सीटों पर जान सुराज के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा. उपचुनाव के नतीजे जारी होने के बाद तीन सीटों पर पीके के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. इस चुनावी नतीजें के बाद बिहार में पीके की रणनीति को फेल बताया गया. इसके बाद पीके ने बिहार को फेल राज्य बता दिया.
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर रविवार को अमेरिका के प्रवासी बिहारी मंच को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार विकास के हर मापदंड पर फेल है. इसलिए यह एक फेल स्टेट है. इसके साथ ही उन्होंने बिहार की तुलना सूडान देश से कर दी. पीके ने कहा कि मैं कभी-कभी सोचता हूं कि सूडान में 20 साल से गृह युद्ध क्यों छिड़ा है, क्यों वहां लोग लड़ रहे हैं. जब आप एक असफल राज्य में होते हैं तो लोगों को इस बात की चिंता नहीं होती है कि हमारे बच्चे कैसे पढ़ेंगे. उन्हें इस बात की चिंता होती है कि किसे गोली मारनी है और किसे कहां पकड़ना है. बिहार में भी सूडान जैसी स्थिति है. यहां विकास की बातें तो होती है, लेकिन विकास नहीं हो पाता.
उन्होंने आगे कहा कि बिहार एक ऐसा राज्य है जो कई मुश्किलों से घिरा है. अगर यह एक देश होता तो जनसंख्या के मामले में दुनिया का 11वां सबसे बड़ा देश होता. यहां की जनसंख्या ने जापान को पीछे छोड़ दिया है.
पीके के इन बयानों से बिहार में अब सियासी गलियारे में नया विवाद खड़ा हो सकता है, जिस पर जदयू ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है. जदयू की ओर से कहा गया कि उपचुनाव में हार मिलने के बाद पीके को बौखलाहट है. बिहार की जनता ने उन्हें फेल कर दिया है.
बता दें कि पीके अमेरिका में अपनी पार्टी की शाखा का उद्घाटन करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे. जहां उन्होंने 2025 में बिहार विधानसभा में अपनी पार्टी के अच्छा प्रदर्शन करने का भी दावा किया.