अखिलेश यादव का जेपी जयंती पर हाईवोल्टेज ड्रामा, परिसर का गेट फांदा

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने JPNIC के 8 फिट गेट को फांदकर परिसर में पहुंचे जहां उन्होंने जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. लौटते वक्त कार्यकर्ताओं ने गेट पर लगे ताले को तोड़ दिया और बाहर निकले.

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गेट फांदते अखिलेश यादव

गेट फांदते अखिलेश यादव

जयप्रकाश नारायण की जयंती बिहार में जहां आरोप-प्रत्यारोपों के बीच घिर गई तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में भी जेपी की जयंती के मौके पर हाई वोल्टेज ड्रामा का माहौल रहा.

एक तरफ जहां बिहार में नीतीश कुमार ने भाजपा नेता सम्राट चौधरी के पिता को लेकर खूब बयानबाजी कि जिस पर सम्राट चौधरी ने भी नीतीश कुमार और लालू यादव पर पलटवार किया. तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण के लिए गेट फांद दिया.

दरअसल जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर  में जेपी की मूर्ति पर सपा के सुप्रीमो अखिलेश यादव को माल्यार्पण करने से सुबह मन कर दिया गया था. जिसके लिए JPNIC के गेट को बंद कर उसे घेर दिया गया लेकिन सपा सुप्रीमो इसके बाद भी पीछे नहीं हटे.

8 फिट गेट को फांदकर परिसर में पहुंचे

आज वह राजधानी लखनऊ के JPNIC में अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे जहां उन्होंने कन्वेंशन सेंटर में घुसने की कोशिश की जिसके बाद जिला प्रशासन ने निर्माण कार्य का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया.

प्रशासन के उन्हें रोकने के बाद अखिलेश यादव गेट पर चढ़ गए और उस 8 फिट गेट को फांदकर परिसर में पहुंचे जहां उन्होंने जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. अखिलेश को देखकर उनके साथ मौजूद पार्टी के कार्यकर्ता भी इसी तरह से गेट के अंदर परिसर में घुसे. लौटते वक्त सपा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने परिसर के गेट पर लगे ताले को तोड़ दिया और बाहर निकले.

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि हम समाजवादियों ने मिलकर इसका उद्घाटन किया था हम चाहते थे कि उनके (जेपी) संघर्ष को देश के लोग जाने. एक व्यक्ति जो बिहार से निकलकर अमेरिका से पढ़ कर वापस आया हो, उन्होंने देश की सेवा की है, जिस व्यक्ति ने संदेश दिया है वह की बिना संपूर्ण क्रांति के कुछ नहीं हो सकता है. बीजेपी के लोग उनको याद नहीं करने दे रहे हैं. देश को परिवर्तन की जरूरत है.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जेपी के सेंटर की कमी को छुपाया जा रहा है मैंने  अंदर जाकर देखा है कि करोड़ो रुपए बर्बाद हो रहे हैं.

akhilesh yadav JPNIC