बिहार में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जनसभा की. इस जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री ने जमकर लालू यादव और सोनिया गांधी को घेरा. पटना के बालीगंज में पिछड़ा, अति पिछड़ा महासम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस और राजद को निशाने पर लिया. गृह मंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, जबकि लालू यादव अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.
अमित शाह ने आगे कहा कि इन दोनों को केवल अपने परिवारों की चिंता है, क्योंकि दोनों ही परिवारवादी पार्टियां हैं.
शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी याद करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर को मैं प्रणाम करता हूं. कांग्रेस पार्टी ने कभी भी कर्पूरी ठाकुर को सम्मान नहीं दिया. कांग्रेस ने हमेशा अपने परिवार का सम्मान किया है. लालू जी ने भी केवल अपने परिवार का ही भला किया. यह सभी परिवारवादी पार्टियां हैं. अगर कोई गरीबों का भला कर सकता है तो वह सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
शाह ने यहा मंडल कमीशन के भी रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट को इंदिरा गांधी ने दबा दिया. राजीव गांधी ने ओबीसी कमिशन का विरोध किया. राजद भी आज उसी कांग्रेस के साथ खड़ी है जो पिछड़ा वर्ग को आरक्षण नहीं देती. नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार ने ओबीसी को आरक्षण दिया है.
अमित शाह ने 40 लोकसभा की सीट पर जीत का भी आवाहन करते हुए कहा कि 2024 में बिहार की जनता मोदी जी की झोली में 40 की 40 सीटे डालेगी.
पालीगंज के कार्यक्रम से अमित शाह ने राम मंदिर का भी जिक्र करते हुए कहा कि क्या अयोध्या में राम मंदिर बना नहीं चाहिए था? राजद प्रमुख पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि लालू यादव ने ही आडवाणी जी के रथ को रोका था और उन्हें जेल में बंद किया था.
कुल मिलाकर अमित शाह ने आज बिहार से सभी को निशाने पर लेते हुए अपनी पार्टी के लिए वोट मांगा. बता दे कि अमित शाह मिशन बिहार को बहुत करीबी से देख रहे हैं. पिछले डेढ़ सालों से चुनाव के लिए सक्रिय होते हुए 9 बार अमित शाह ने बिहार दौरा किया है. सीमांचल, मिथिलांचल, चंपारण समेत अन्य क्षेत्रों में अमित शाह ने रैलियां संबोधित की है.