सातवें चरण के चुनाव के लिए तैयारी चल रही है, इन तैयारी में भाग लेते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल बिहार पहुंचे. अमित शाह गुरुवार को पटना पहुंचे, इसके बाद आज उन्होंने आरा में जनसभा को संबोधित किया. आरा के वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में अमित शाह ने आरके सिंह के लिए चुनावी सभा को संबोधित किया, जहां से उन्होंने चुनावी नतीजों में भाजपा की जीत का दावा किया. मंच से संबोधन करते हुए अमित शाह ने कहा कि 5 चरण का मतदान समाप्त हो चुका है, कल छठे चरण का चुनाव है. 5 चरण में मोदी जी 310 सीट प्राप्त कर सरकार बना चुके हैं. लालू-राहुल का सूपड़ा साफ हो गया है. बिहार में इस बार घमंडिया गठबंधन का खाता भी नहीं खुलने वाला.
अमित शाह ने आरा से कहा कि अगर I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनी तो यह लोग पिछड़ा वर्ग का आरक्षण छीनकर मुसलमान को दे देंगे. मैं आपसे कहता हूं एनडीए को 400 सीट जीताइए, हम मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर देंगे. उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस, लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी हमारे पिछड़े वर्ग के आरक्षण पर डाका डालना चाहते हैं. कर्नाटक में इन्होंने 5% आरक्षण मुसलमानों को दिया, हैदराबाद में 4% आरक्षण मुसलमानों को दिया और ममता बनर्जी ने कई मुस्लिम जातियों को ओबीसी में जोड़ दिया. कल कोलकाता हाईकोर्ट ने बंगाल के इस गैर-कानूनी आरक्षण को रद्द कर दिया है. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि जब तक नरेन्द्र मोदी जी और भाजपा हैं, तब तक दलित, पिछड़े और आदिवासी के आरक्षण को हम हाथ नहीं लगाने देंगे.
लालू का जंगलराज या नरेन्द्र मोदी जी का गरीब कल्याण
शाह ने आगे कहा, अगर ये घमंडिया गठबंधन वाले फिर से आएंगे, तो गरीबों के लिए चल रही सारी योजनाएं बंद हो जाएंगी. मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आपको लालू का जंगलराज चाहिए या नरेन्द्र मोदी जी का गरीब कल्याण चाहिए? ये कांग्रेस और लालू जी का घमंडिया गठबंधन हमें डराता है कि PoK की बात मत करो, पाकिस्तान के पास एटम बम है. मैं लालू यादव एंड कंपनी से कहना चाहता हूं कि हम तो भाजपा वाले हैं, पाकिस्तान के एटम बम से नहीं डरते. PoK हमारा है, रहेगा और हम उसको लेकर रहेंगे, ये भाजपा का संकल्प है.
माले को भी निशाने पर लेते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा कि एक ओर आरके सिंह है जो विकास के अलावा कोई और भाषा नहीं जानते हैं, तो दूसरी ओर माले वाले हैं जो बंदूक के अलावा कोई भाषा नहीं जानते. लालू जी ने वोटबैंक के लालच में यहां जिस पार्टी 'माले' को लड़ाया है, गलती से भी अगर ये 'माले' जीत गया तो, नक्सलवाद और गोलियां यहां फिर से आ जाएंगी. क्या आप चाहते हो कि आपके खेत खलिहान पर कब्जा हो, अपहरण की इंडस्ट्री चले, लूट-खसोट हो? अगर माले आया तो फिर से यहां यही सब होगा.